फोटो गैलरी

Hindi News खेलBWF पर फूटा साइना नेहवाल का गुस्सा, व्यस्त कैलेंडर की वजह से फटकारा

BWF पर फूटा साइना नेहवाल का गुस्सा, व्यस्त कैलेंडर की वजह से फटकारा

शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने बुधवार 'व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के लिए बीडब्ल्यूएफ को लताड़ लगाई क्योंकि खिलाड़ियों के पास चोटों से उबरने के लिए पर्याप्त समय नहीं है। विश्व...

BWF पर फूटा साइना नेहवाल का गुस्सा, व्यस्त कैलेंडर की वजह से फटकारा
नई दिल्ली, लाइव हिन्दुस्तानWed, 20 Dec 2017 05:25 PM
ऐप पर पढ़ें

शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने बुधवार 'व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के लिए बीडब्ल्यूएफ को लताड़ लगाई क्योंकि खिलाड़ियों के पास चोटों से उबरने के लिए पर्याप्त समय नहीं है। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने 2018 के नये कार्यक्रम में शीर्ष खिलाड़ियों के लिए कम से कम 12 टूर्नामेंट में खेलना अनिवार्य कर दिया है।

साइना ने प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) के उद्घाटन के इतर कहा, ''बीडब्ल्यूएफ का अगले साल का कार्यक्रम काफी व्यस्त है, यह शीर्ष खिलाड़ियों के लिए सही नहीं है। अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए मुझे और समय की जरूरत है। मैं लगातार प्रतियोगिताओं में नहीं खेल सकती। मैं सिर्फ हिस्सा ले सकती हूं लेकिन जीत नहीं सकती। 

टेनिस प्लेयर कुर्निकोवा ने इसलिए ने छुपाई थी अपनी प्रग्नेंसी की खबर

उन्होंने कहा, ''पीबीएल के बाद तीन टूर्नामेंट हैं। फिर विश्व चैंपियनशिप से पहले तीन सुपर सीरीज हैं, इसलिए मुझे समझ में नहीं आता कि बीडब्ल्यूएफ ने ऐसा कार्यक्रम तैयार करने का फैसला क्यों किया। यह काफी थकान भरा है, काफी चुनौतीपूर्ण।

पीबीएल के तीसरे सत्र में अवध वॉरियर्स की ओर से खेलने वाली इस दिग्गज भारतीय खिलाड़ी ने कहा, ''मेरे पास कोई जवाब नहीं है। यह फिटनेस पर निर्भर करेगा और मेरी प्राथमिकता फिटनेस है। मैं अब टूर्नामेंटों पर यकीन नहीं करती, इसलिए कोई टूर्नामेंट या खिताब नहीं, मेरी प्राथमिकता सिर्फ फिटनेस है। 

हनीमून मना ससुराल में की वापसी, सामने आई ये तस्वीरें

बीडब्ल्यूएफ ने दुनिया के शीर्ष 15 एकल खिलाड़ियों और शीर्ष 10 जोड़ियों के लिए कम से कम 12 टूर्नामेंट में खेलना अनिवार्य कर दिया है और ऐसा नहीं करने पर उन्हें जुर्माने का सामना करना होगा। साइना ने कहा, ''अगर बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन को टेनिस की तरह बनाने का प्रयास कर रहा है तो फिर ग्रैंडस्लैम की तरह सिर्फ चार-पांच टूर्नामेंट होने चाहिए जिसमें अधिक पैसा और कवरेज हो। अगर मैं बीडब्ल्यूएफ अध्यक्ष होती तो मैं यह करती। मैं अधिक इनामी राशि से खुश हूं लेकिन इतने सारे टूर्नामेंट, मुझे नहीं पता।
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें