एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने के बावजूद नीरज चोपड़ा को इस बात का अफसोस, बोले- अगर मैं फिट होता...
भारत के स्टार भाला फंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने एशियन गेम्स 2023 में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। नीरज ने हांगझोउ में 88.88 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण जीता लेकिन उन्हें एक बात का अफसोस है।

भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के पास खिताबों की भरमार है लेकिन ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता इस खिलाड़ी का मानना है कि वह अभी तक अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंच पाए हैं। उनका लक्ष्य 90 मीटर की दूरी तय कर लगातार इसे हासिल करना है। वह अगले साल के पेरिस खेलों के लिए तैयार हैं। हरियाणा के 25 वर्षीय खिलाड़ी ने मौजूदा सत्र में अधिकांश समय कमर में खिंचाव के बाद भी अगस्त में बुडापेस्ट में विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता।
वह सितंबर में डायमंड लीग फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे। इस सप्ताह हांगझोउ में 88.88 मीटर के थ्रो के साथ एशियाई खेलों के अपने स्वर्ण का बचाव करने में सफल रहे। उन्होंने ने मीडिया के साथ ऑनलाइन बातचीत में कहा, ''मुझे खुशी है कि मैंने खुद को आगे बढ़ाया और सत्र को सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ समाप्त किया। इस बात को लेकर आश्चर्य था कि अगर मैं फिट होता और अपनी तकनीक में 100 प्रतिशत होता तो मैं कितनी दूर तक भाला फेंक सकता था।''
उन्होंने कहा, ''ऐसे में मुझे खुद से यह जवाब ढूंढना होगा कि मैं क्या कर सकता हूं। मैं कौन सी मानसिकता बना सकता हूं कि मैं अपनी क्षमता हासिल कर सकूं, क्योंकि मुझे लगता है कि मैं अभी भी उससे बहुत दूर हूं।'' नीरज का कहना है कि विश्व चैंपियनशिप का ताज हासिल करना और चोटों के बावजूद सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ एशियाई खेलों में अपने स्वर्ण पदक की रक्षा करना सबसे संतोषजनक बात है।
उन्होंने कहा, ''मुझे खुशी है कि मैंने विश्व चैंपियन का खिताब जीता और एशियाई खेलों के अपने स्वर्ण का बचाव किया। इसलिए सत्र वास्तव में अच्छा था। दूरी की बात करें तो मुझे लगा कि मैं और आगे जा सकता था।''
