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Tokyo Olympics: इतिहास रचने से एक कदम दूर लवलीना बोरगोहेन, सेमीफाइनल में तुर्की की बॉक्सर बुसेनाज सुरमेनेली से आज होगी भिड़ंत

जापान के टोक्यो शहर में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों में बुधवार को  तमाम भारतीय फैन्स की निगाहें महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन पर रहेगी। सेमीफाइनल में पहुंचकर ब्रॉन्ज मेडल पक्का कर चुकी लवलीना फाइनल...

Tokyo Olympics: इतिहास रचने से एक कदम दूर लवलीना बोरगोहेन, सेमीफाइनल में तुर्की की बॉक्सर बुसेनाज सुरमेनेली से आज होगी भिड़ंत
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीWed, 04 Aug 2021 11:05 AM

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जापान के टोक्यो शहर में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों में बुधवार को  तमाम भारतीय फैन्स की निगाहें महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन पर रहेगी। सेमीफाइनल में पहुंचकर ब्रॉन्ज मेडल पक्का कर चुकी लवलीना फाइनल का टिकट कटवाने के लिए तुर्की की विश्व चैंपियन मुक्केबाज बुसेनाज सुरमेनेली से भिड़ेंगी। लवलीना के पास बुसेनाज को हराकर इतिहास रचने का सुनहरा मौका होगा। असम की बेटी अगर सेमीफाइनल में तुर्की की मुक्केबाज को मात देने में सफल रहती है तो वह देश की तरफ से बॉक्सिंग में भारत की तरफ से फाइनल में पहुंचने वाली पहली बॉक्सर बन जाएंगी। इससे पहले मैरीकॉम और विजेंदर सिंह ओलंपिक खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। 

लवलीना का सपना गोल्ड

लवलीना ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पूर्व चैंपियन निएन चिन चेन को 4-1 से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की थी। इस जीत के साथ ही भारतीय महिला बॉक्सर ने टोक्यो ओलंपिक में अपना ब्रॉन्ज मेडल भी पक्का कर लिया था, लेकिन लवलीना की चाहत देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना है और वह इसके लिए पूरा जोर लगाएंगी। लवलीना का मानना है कि इंटरनेशनल लेवल पर भारत ने ज्यादातर सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं और इसी वजह से उनका सपना गोल्ड मेडल जीतने का है। 

पिता की खास सलाह को याद रखेंगी लवलीना

टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए मेडल जीतने में नाकाम रहीं स्टार महिला बॉक्सर मैरीकॉम के आंखों में आंसू थे। उनके यह आंसू लवलीना के पिता ने देखे थे और अपनी बेटी को सेमीफाइनल मैच के लिए सलाह देते हुए कहा था कि तुम ऐसा खेल दिखाना कि जज के मन में तुमको विजेता घोषित करते समय कोई शंका ही ना रहे। लवलीना पिता की इस बात को जेहन में रखकर बुसेनाज के खिलाफ रिंग में उतरेंगी। हालांकि लवलीना ने साफ किया है कि वह अपना स्वाभाविक खेल खेलेंगी और कुछ भी नया करने की कोशिश नहीं करेंगी। 

पूरा देश कर रहा है लवलीना से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद

भारत की बेटी लवलीना के सेमीफाइनल मैच में दमदार प्रदर्शन के लिए करोड़ों देशवासी प्रार्थना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर फैन्स असम की इस महिला बॉक्सर की जीत की दुआ मांग रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री बिस्वा सरमा ने लवलीना को सेमीफाइनल मैच से पहले शुभकामनाएं देते हुए लिखा, 'मैं आज असम के सभी लोगों से अपील करता हूं कि लवलीना को सपोर्ट कीजिए और सभी अपने घरों में उनकी जीत की प्रार्थना के साथ-साथ घरों में दिए भी जलाए।' वहीं, पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किए जा चुके इंटरनेशनल सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने लवलीना को सेमीफाइनल मैच के लिए चीयर करते हुए उनके लिए ओडिशा के पुरी बीच पर सैंड से भारतीय महिला बॉक्सर के लिए एक शानदार आर्ट तैयार किया है। अभिनव  बिंद्रा ने भी लवलीना को फैन्स से चीयर करने की अपील की है। 

कौन है बुसेनाज सुरमेनेली

23 साल की तुर्की की बॉक्सर बुसेनाज सुरमेनेली ने 10 साल की उम्र में बॉक्सिंग रिंग में पहली बार कदम रखा था। बुसेनाज क्लब लेवल पर ट्रैब्जोंस्पर की तरफ से खेलती हैं। उन्होंने अपनी ट्रेनिंग काहित सुमे से ली है और उनकी आर्दश वासिल लोमाचेंको हैं। टोक्यो ओलंपिक में तुर्की की इस बॉक्सर का रिकॉर्ड अबतक बेहद शानदार रहा है और उन्होंने अपने दोनों ही मुकाबले 5-0 से जीते हैं। बुसेनाज काफी आक्रामक खेल खेलना पसंद करती हैं और उनको रिंग में सामने वाले पर हावी होना पसंद है। ऐसे में सेमीफाइनल में लवलीना को तुर्की की इस मुक्केबाज से काफी सर्तक रहना होगा। 
 

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