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टोक्यो ओलंपिक में नहीं खेलेंगी साइना नेहवाल, पूर्व कोच विमल कुमार ने बताया आगे क्या करना चाहिए

भारत के पूर्व बैडमिंटन कोच विमल कुमार का मानना है कि कोरोना महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक खेलने का सपना टूटने के बाद साइना नेहवाल का आगे का सफर कठिन है और उन्हें अपने कैरियर को विस्तार देने के लिए...

टोक्यो ओलंपिक में नहीं खेलेंगी साइना नेहवाल, पूर्व कोच विमल कुमार ने बताया आगे क्या करना चाहिए
पीटीआई,नई दिल्लीSat, 05 Jun 2021 10:54 AM
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भारत के पूर्व बैडमिंटन कोच विमल कुमार का मानना है कि कोरोना महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक खेलने का सपना टूटने के बाद साइना नेहवाल का आगे का सफर कठिन है और उन्हें अपने कैरियर को विस्तार देने के लिए टूर्नामेंट चुनकर ही खेलना होगा। चोट और खराब फॉर्म से जूझती आईं 31 वर्ष की साइना चौथा ओलंपिक नहीं खेल सकेंगी, क्योंकि बीडब्ल्यूएफ ने कोरोना महामारी के कारण आखिरी तीन क्वालीफायर रद्द कर दिए।

विमल ने पीटीआई से कहा, 'वे 2005-06 में सुर्खियों में आई थीं और प्रकाश पादुकोण के कारण खेल में अगली पीढी को प्रेरित करने वाली बन गईं। वह लगातार अच्छा खेलीं और कई साल तक खेलीं। यह दुखद है कि वह इस बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकीं। आखिरी दो मैचों में वह बदकिस्मत रहीं।' साइना को दुनिया की नंबर एक रैंकिंग तक पहुंचाने वाले विमल का मानना है कि, 'लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कुछ साल और भारतीय बैडमिंटन को दे सकती है, बशर्तें वह सही योजना बनाकर खेले और अपने शरीर का ध्यान रखे।'

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उन्होंने कहा, 'वे कुछ साल और खेल सकती हैं लेकिन यह कठिन होगा। उन्हें सही रणनीति बनाकर चुनिंदा टूर्नामेंट ही खेलने होंगे। उनके पास इतना अनुभव है कि वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को हरा सकती हैं लेकिन उसे रैंकिंग पर ध्यान नहीं देना चाहिए क्योंकि सर्किट पर खेलते हुए चोटमुक्त रहना कठिन होगा।' साइना अपने कैरियर में 24 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीत चुकी है जिनमें 11 सुपर सीरीज खिताब है। इसके अलावा विश्व चैम्पियनशिप में रजत और कांस्य और लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीता है। बीजिंग ओलंपिक 2008 में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची साइना रियो ओलंपिक 2016 में दूसरे दौर से बाहर हो गई थीं। घुटने की चोट से उबरकर वापसी करते हुए उन्होंने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता लेकिन पिछले दो साल में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने से चूक गई।

क्या वह अगला ओलंपिक खेल सकेगी, यह पूछने पर विमल ने कहा, 'यह बहुत कठिन है। वह लगातार चोटिल हो रही हैं। वैसे भी मेरा मानना है कि ओलंपिक अब उसकी प्राथमिकता नहीं होना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'वह अभी भी युवा खिलाड़ियों से बेहतर है लेकिन अब फोकस युवाओं पर होना चाहिए। उसे अपने दम पर सर्किट पर खेलना चाहिए अगर उसके भीतर खेलने की ललक बाकी है। उनका कोच अब पारूपल्ली कश्यप है और अगर वह कुछ साल और खेल सकीं तो भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह अच्छा होगा।'

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