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द्रोणाचार्य अवॉर्डी कुश्ती कोच रोशनलाल सचदेव का निधन

भारतीय शैली कुश्ती महासंघ के महासचिव और प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित पूर्व राष्ट्रीय कुश्ती कोच रोशनलाल सचदेवा का बुधवार को यहां निधन हो गया, वो 78 वर्ष के थे। रोशनलाल रेलवे के 30 साल...

द्रोणाचार्य अवॉर्डी कुश्ती कोच रोशनलाल सचदेव का निधन
एजेंसी,नई दिल्लीWed, 27 May 2020 10:32 PM
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भारतीय शैली कुश्ती महासंघ के महासचिव और प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित पूर्व राष्ट्रीय कुश्ती कोच रोशनलाल सचदेवा का बुधवार को यहां निधन हो गया, वो 78 वर्ष के थे। रोशनलाल रेलवे के 30 साल तक कोच रहे और उनके मार्गदर्शन में रेलवे 25 साल तक राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में टीम खिताब जीतने में सफल रही, इसके अलावा रोशनलाल भारतीय कुश्ती टीम के 20 साल तक कोच रहे और उस समय की तत्कालीन फीला के विशिष्ट श्रेणी के रेफरी रहे।

रोशनलाल छह एशियाई खेलों, कैडेट, जूनियर और सीनियर सहित कुल आठ विश्व चैम्पियनशिप, दो ओलम्पिक, दो राष्ट्रमंडल खेल और तीन राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में बतौर कोच या रेफरी जुड़े रहे। उन्होंने काफी लंबे समय तक इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव पद की गरिमा बढ़ाई। उन्हें साल 2017 में सर्वश्रेष्ठ कोच के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

भारतीय टीम के कोच एवं मैनेजर पद का दायित्व निभाने वाले रोशनलाल ने भले ही अनेक बार भारतीय कुश्ती टीमों के साथ विदेश दौरे किए लेकिन उन्हें असल पहचान मिट्टी की कुश्ती के चलते मिली। भले ही रोशनलाल का झुकाव मिट्टी की कुश्ती की तरफ ज्यादा था लेकिन कुश्ती में वो जाने-माने हस्ताक्षर थे। रोशनलाल ने अनेक एशियाड और ओलंपिक पदक विजेताओं को सिखाया-पढ़ाया और कुश्ती के लिए अपनी अमूल्य सेवाएं दीं। भारतीय राष्ट्रीय कुश्ती टीम और रेलवे टीम के कोच के रूप में वो करतार, सतपाल, जगमिंदर, नरेश, रोहताश, ज्ञान सिंह, काका पवार, कृपा शंकर, राम आसरे, धर्मवीर, सत्यवान, राजीव तोमर, सुजीत मान, कुलदीप, सुनील जैसे सैकड़ों पहलवानों के साथ जुड़े।

देश भर के गुरु खलीफाओं में रोशन लाल का नाम बड़े आदर सम्मान से लिया जाता है। रेलवे के पहलवान हमेशा उनके शुक्रगुजार रहेंगे, जिन्हें नौकरियां दिलाने से लेकर चैम्पियन बनाने में उनकी भूमिका शानदार रही। राजधानी के गुरु हनुमान अखाड़े के संचालक और खुद भी द्रोणाचार्य अवाडीर् महासिंह राव ने रोशनलाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें अखाड़े की तरफ से श्रद्धांजलि दी है। महासिंह ने कहा कि रोशनलाल के निधन से भारतीय शैली की कुश्ती को गहरी क्षति पहुंची है।
 

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