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वर्ल्ड चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं अंशु मलिक

अंशु मलिक ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने जूनियर यूरोपीय चैम्पियन सोलोमिया विंक को हराया। वहीं वर्ल्ड चैम्पियन को हराकर उलटफेर...

वर्ल्ड चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं अंशु मलिक
भाषा,ओस्लो (नॉर्वे)Wed, 06 Oct 2021 09:57 PM

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अंशु मलिक ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने जूनियर यूरोपीय चैम्पियन सोलोमिया विंक को हराया। वहीं वर्ल्ड चैम्पियन को हराकर उलटफेर करने वाली सरिता मोर सेमीफाइनल में हार गईं और अब ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेलेंगी। उन्नीस साल की अंशु ने शुरू से ही सेमीफाइनल में दबदबा बनाए रखा और तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर जीत दर्ज करके 57 किलो वर्ग के फाइनल में पहुंच गईं। इससे पहले भारत की चार महिला पहलवानों ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप में पदक जीता है, लेकिन सभी को ब्रॉन्ज मेडल मिला है। गीता फोगाट ने 2012 में, बबीता फोगाट ने 2012 में, पूजा ढांडा ने 2018 और विनेश फोगाट ने 2019 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।

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अंशु वर्ल्ड चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंचने वाली तीसरी भारतीय हैं। उनसे पहले सुशील कुमार (2010) और बजरंग पूनिया (2018) यह कमाल कर चुके हैं। इनमें से सुशील ही गोल्ड मेडल जीत सके हैं। इससे पहले अंशु ने एकतरफा मुकाबले में कजाखस्तान की निलुफर रेमोवा को तकनीकी दक्षता के आधार पर हराया और फिर क्वार्टर फाइनल में मंगोलिया की देवाचिमेग एर्खेमबायर को 5-1 से शिकस्त दी थी। सरिता को बुल्गारिया की बिलयाना झिवकोवा ने 3-0 से हराया। अब वे ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेलेंगी। इससे पहले उन्होंने उलटफेर करते हुए डिफैंडिंग चैंपियन लिंडा मोराइस को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।

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डिफेंडिंग एशियाई चैंपियन सरिता का मुकाबला पहले ही दौर में 2019 की वर्ल्ड चैंपियन कनाडा की पहलवान से था, लेकिन वह 59 किग्रा वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल में 8-2 से जीत दर्ज करने में सफल रहीं। सरिता ने तेज शुरुआत की और डिफेंस का अभी अच्छा नमूना पेश करते हुए पहले पीरियड के बाद 7-0 की बढ़त बना ली थी। लिंडा ने दूसरे पीरियड के टेकडाउन से दो प्वॉइंट्स जुटाए, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए जीत दर्ज की। सरिता और जर्मनी की सेंड्रा पारुसजेवस्की के बीच क्वार्टर फाइनल मुकाबला काफी करीबी रहा। पूरे मुकाबले में प्वॉइंट बनाने वाला सिर्फ एक मूव बना। सरिता ने टेकडाउन के साथ प्वॉइंट जुटाते हुए सेंड्रा को हराया।

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दिव्या काकरान ने 72 किग्रा वर्ग में सेनिया बुराकोवा को चित्त किया लेकिन जापान की अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियन मसाको फुरुइच के खिलाफ उन्हें तकनीकी दक्षता के आधार पर शिकस्त झेलनी पड़ी। इस बीच किरन (76 किग्रा) ने तुर्की की आयसेगुल ओजबेगे के खिलाफ रेपेचेज दौर का मुकाबला जीतकर ब्रॉन्ज मेडल के प्लेऑफ में जगह बनाई, लेकिन पूजा जाट (53 किग्रा) को रेपेचेज मुकाबले में इक्वाडोर की एलिजाबेथ मेलेन्ड्रेस के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा। रितु मलिक (68 किग्रा) को क्वालीफिकेशन मुकाबले में युक्रेन की अनास्तासिया लेवरेनचुक के खिलाफ सिर्फ 15 सेकेंड में शिकस्त झेलनी पड़ी। ऐसा लग रहा था कि रितु के घुटने में चोट है।
 

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