जब अमेज़न पर हिन्दी भाषा का ऑप्शन मिला, तो राजेश को ऐप में पूरे भारत का बाज़ार दिखा
लखनऊ के रहने वाले राजेश दो साल पहले अपनी बैंक की नौकरी से रिटायर हो चुके हैं. राजेश को बचपन से अनोखी और अतरंगी चीज़ें इकट्ठा करने का शौक है. वो किसी भी शहर जाते वो वहां की मशहूर चीज़ ज़रूर घर लाते...
लखनऊ के रहने वाले राजेश दो साल पहले अपनी बैंक की नौकरी से रिटायर हो चुके हैं. राजेश को बचपन से अनोखी और अतरंगी चीज़ें इकट्ठा करने का शौक है. वो किसी भी शहर जाते वो वहां की मशहूर चीज़ ज़रूर घर लाते हैं. राजेश का ये शौक सिर्फ अपने लिए ही नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी ऐसा ही है. वो दोस्तों के लिए खूब गिफ्ट्स बेवजह खरीदते हैं. वो जयपुर में हैं को बंधेज की साड़ी या सूट और आगरा में होंगे तो वहां के पेठे ज़रूर लाएंगे. पिछले कुछ वक्त से राजेश का घूमना कुछ कम हो रहा है, वजह उनकी उम्र भी और सेहत भी. बीते दिनों राजेश के दोस्त ने जब उन्हें अपने पोते के जन्मदिन पर बुलाया तो वो इस दुविधा में थे कि बच्चे को गिफ्ट क्या दें? आदत के अनुसार को कुछ खास देना चाहते थे, ऐसे में उन्हें किसी से अमेज़न की गिफ्ट खरीदने की सलाह दी. राज़ेश के लिए ऑनलाइन शॉपिंग नई चीज़ थी, लेकिन जब उन्हें अमेज़न ऐप देखना शुरू की तो उनके दोस्त ने उन्हें हिन्दी भाषा का ऑप्शन के बारे में बताया। हिन्दी भाषा के साथ मानो उनके सामने पूरे भारत का बाज़ार ही खुल गया हो।
कैसे राजेश के लिए पूरे भारत का बाज़ार अमेज़न पर खुल गया हिन्दी भाषा के साथ?
राजेश विभिन्न संस्कृति को जानना, पढ़ना और सहेजने का शौक रखते हैं. वो मानते हैं हर शहर का अपना रंग है, स्वाद है. ये नज़रिया उनका लोगों के प्रति भी है. जब अपने दोस्त के पोते के जन्मदिन की बात हुई तो वो उसे भी कुछ खास, उसकी पसंद के हिसाब के देना चाहते थे. राजेश ने अब तक ऑनलाइन शॉपिंग नहीं की थी। खुद से बाज़ार जाना, घूमना उन्हें पसंद था. लेकिन ऐसे वक्त में अमेज़न पर घर बैठे वो पूरा भारत घूम सकते थे. हिन्दी भाषा ने उनका ये नया रास्ता और आसान कर दिया.
जब अपनी भाषा में सारे निर्देश दिखे तो राजेश वैसा वैसा करते गए. उन्हें एक से एक गिफ्ट के विकल्प दिखने लगे. अमेज़न पर बच्चों के लिए गिफ्ट के भी कई विकल्प थे. चीज़ें खोजना आसान था, राजेश एक शब्द लिखते तो उसके कई सुझाव आ जाते. तस्वीरों के साथ गिफ्ट का चुनाव करना काफी आसान था. राजेश को बातों बातों में पता चला था कि उनके दोस्त का पोता आर्ट और पेंटिंग का शौकीन है. यह सुनने के बाद उनके दिमाग में सबसे पहले बिहार की मशहूर मधुबनी पेन्टिंग आई. राजेश के हिसाब से पोते के लिए इससे अच्छा गिफ्ट क्या ही होगा, लेकिन अब गिफ्ट के लिए वो बिहार तो जाने नहीं वाले थे. राजेश को अंदाज़ा नहीं था कि जो वो सोच रहे हैं वो अमेज़न पर उन्हें मिल जाएगी. राजेश ने जहां पेंटिंग लिखा वहां दूसरी पेंटिंग के साथ मधुबनी पेंटिंग भी सुझाव में आ गई. इसे देखते ही राजेश ने फट से उसे खरीदने का विचार बना लिया, तुरंत उसे कार्ट में डाला और नकद भुगतान का विकल्प चुन कर अपने पते पर आर्डर कर दिया.
राजेश की तरह आप भी देशभर का हर सामान, अमेज़न से खरीद सकते हैं वो भी अपनी भाषा हिन्दी में.