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नामी कंपनियों की फर्जी ईमेल आईडी बनाकर करते थे लाखों की ठगी, बैंक अधिकारी भी झांसे में आए

नामी कंपनियों की मिलती-जुलती फर्जी ईमेल आईडी बनाकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले साइबर ठगों को पुलिस ने दबोचा है। इनके पास से मोबाइल, सिम कार्ड, लैपटॉप और फिंगरप्रिंट उपकरण सहित डेबिट कार्ड भी बरामद...

नामी कंपनियों की फर्जी ईमेल आईडी बनाकर करते थे लाखों की ठगी, बैंक अधिकारी भी झांसे में आए
जयपुर, लाइव हिंदुस्तानSat, 23 Oct 2021 08:19 PM

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नामी कंपनियों की मिलती-जुलती फर्जी ईमेल आईडी बनाकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले साइबर ठगों को पुलिस ने दबोचा है। इनके पास से मोबाइल, सिम कार्ड, लैपटॉप और फिंगरप्रिंट उपकरण सहित डेबिट कार्ड भी बरामद हुए हैं।

पुलिस उपायुक्त (क्राइम) डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि साइबर थाना जयपुर में एक मामला दर्ज हुआ था, जिसमें बताया गया कि कमल एंड कंपनी की मेल आईडी से मिलती-जुलती मेल आईडी बनाकर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की जयपुर शाखा में संपर्क किया गया है। फर्जी ईमेल के जरिए कंपनी के लेटर हेड पर आरटीजीएस और एनईएफटी के माध्यम से अपराधियों ने 49 लाख रुपए विभिन्न खातों में स्थानांतरित करवा लिए। इसकी जांच के लिए साइबर क्राइम थाना की विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने तकनीक की मदद से पता लगाया कि ईमेल उत्तर प्रदेश से मिल रहे हैं। इसके बाद आरोपी तौसीब अहमद पुत्र सलीम अहमद और कुणाल गुप्ता पुत्र ओमप्रकाश गुप्ता को लखनऊ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। 

वारदात के लिए ये तरीका अपनाते

पुलिस ने बताया कि आरोपी नामी कंपनियों की फर्जी ईमेल आईडी बनाते और संबंधित कंपनी के बैंक को चेक बुक खत्म होने का बहाना बनाकर ईमेल करते थे। इसके बाद कंपनी के बैंक को फर्जी लेटर हेड से आरटीजीएस और एनईएफटी करवाने के लिए ईमेल करते थे। ईमेल के जरिए दोनों आरोपी बिहार, यूपी और अन्य राज्यों के विभिन्न बैंकों के खातों में कंपनी के लाखों रुपए ट्रांसफर करवा लेते। पैसा आने के बाद एटीएम, मोबीक्विक और पेटीएम के द्वारा पैसा निकाल लिया जाता था। पुलिस मामले में अब बैंक अधिकारियों की मिलीभगत होने की भी जांच कर रही है, क्योंकि ये सवाल भी है कि आखिर बैंक अधिकारी फर्जी ईमेल और लेटरहेड को क्यों नहीं पहचान पाते थे।

फर्जी आईडी देकर लेते किराये पर कमरा

आरोपी फर्जी आईडी से मोबाइल सिम कार्ड खरीदते और बैंक खाते खुलवाकर भी लोगों से ठगी करते थे। यहां तक की फर्जी आईडी देकर ही ये लोग किराए पर कमरा लेते और वहीं से वारदात को अंजाम देते। आरोपी तौसीब को पहले भी जोधपुर के शास्त्री नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 

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