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पाकिस्तान से लाई गई थी ज्योत, गहलोत सरकार ने लगाई पूजा पर रोक; BJP बोली- हिंदुओं के लिए काला दिन

पाकिस्तान से लगती सीमा पर राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित इस मंदिर में जो ज्योत प्रज्वलित है, यह वही ज्योत है जो पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ में प्रज्जवलित है।

पाकिस्तान से लाई गई थी ज्योत, गहलोत सरकार ने लगाई पूजा पर रोक; BJP बोली- हिंदुओं के लिए काला दिन
Vishva Gauravलाइव हिंदुस्तान,मुकेश मथरानी, बाड़मेर।Sun, 25 Sep 2022 12:26 PM
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राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में स्थित हिंगलाज माता के मंदिर में नवरात्र के दौरान पूजा पर लगाई गई रोक को लेकर विवाद बढ़ गया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक और भाजपा नेता तरुण विजय ने इस मामले में राजस्थान की गहलोत सरकार पर बड़ा हमला बोला है। तरुण विजय का कहना है जो काम पाकिस्तान की सरकार नहीं कर सकी, वह राजस्थान की गहलोत सरकार ने कर दिया।

गौरतलब है कि पाकिस्तान से लगती सीमा पर राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित इस मंदिर में जो ज्योत प्रज्वलित है, यह वही ज्योत है जो पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ में प्रज्जवलित है। इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के वक़्त इसे विशेष रूप से पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ से बाड़मेर लाया गया था।

नवरात्रि के दौरान धार्मिक आयोजन पर रोक
नवरात्र के दौरान माता के मंदिर में धार्मिक आयोजनों का विशेष महत्व है लेकिन राजस्थान के बाड़मेर जिले में पुलिस ने नवरात्र के दौरान इस मंदिर में किसी भी प्रकार के धार्मिक आयोजन पर रोक लगाते हुए मंदिर कमेटी के अध्यक्ष को पाबंद किया है। स्थानीय पुलिस द्वारा उन्हें लिखित रूप से नोटिस जारी करते हुए तत्काल रूप से इसके पालना करने के निर्देश दिए गए हैं। नोटिस में साफ कहा गया है कि नवरात्र के दौरान इस मंदिर में किसी भी प्रकार का कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं किया जाए।

क्या है मामला
गौरतलब है कि हिंगलाज माता खत्री समाज की आराध्य देवी हैं और इस मंदिर का संचालन खत्री समाज द्वारा ही किया जाता है। बीते कुछ समय से समाज के दो गुटों में किसी बात को लेकर विवाद है और यही विवाद मंदिर में नवरात्रि पूजा पर रोक का कारण बन गया है। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष लेखराज खत्री को शहर कोतवाल गंगाराम खावा की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि इस मंदिर को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा है, जो कभी भी उग्र रूप धारण कर सकता है। ऐसे में नवरात्रि के दौरान इस मंदिर में कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं किया जाए और इस नोटिस की तत्काल पालना की जाए।

तरुण विजय ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना
हिंगलाज माता मंदिर में नवरात्र पूजा पर रोक को लेकर तरुण विजय ने अब गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। तरुण विजय का कहना है जो काम बलूचिस्तान और पाकिस्तान की सरकार नहीं कर पाई वह राजस्थान की गहलोत सरकार ने कर लिया है। हिंदुओं के लिए काला दिन बताते हुए तरुण विजय ने लिखा कि बावेजा और शाहबाज की सरकार जो नहीं कर सकी वो राजस्थान की गहलोत सरकार ने कर दिया। उन्होंने इसका पुरजोर विरोध करने की अपील की है।

पाकिस्तान से लाई गई थी ज्योत
उल्लेखनीय है कि हिंगलाज माता का शक्तिपीठ पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हैं और हर साल हजारों की तादाद में लोग इस शक्तिपीठ के दर्शन करने जाते हैं। विशेष तौर पर खत्री समाज के लोग जीवन में एक बार इस मंदिर के दर्शन की कामना रखते हैं। ऐसे में जब पाकिस्तान से लगती सीमा पर राजस्थान के बाड़मेर जिले में हिंगलाज माता मंदिर की स्थापना की गई, उस दौरान प्राण प्रतिष्ठा के लिए इस मंदिर में ज्योत प्रज्वलन के लिये पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ से ज्योत लाना तय किया गया। उस समय दोनों देशों के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस में हिंगलाज शक्तिपीठ से जोत को विशेष तौर पर बाड़मेर लाया गया और बाड़मेर में स्थित हिंगलाज माता के मंदिर में प्रज्ज्वलित किया गया तब से यह ज्योत इस मंदिर में निरंतर प्रज्वलित है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह इसी रास्ते गए थे हिंगलाज मंदिर
साल 2006 में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह जसोल बाड़मेर के मुनाबाव से सड़क मार्ग से होते हुए पाकिस्तान के खोखरापार होते हुए हिंगलाज दर्शन के लिए बलूचिस्तान गए थे। करीब चार दशक बाद दोनों देशों के बीच यह पहला मौका था जब सड़क मार्ग से कोई यात्रा की गए हो। 

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