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राजस्थान के शिक्षा विभाग की उलझन: एक बच्चे की दो यूनिफार्म 175 रुपये में सिलवानी है, 250 रुपये से ज्यादा है मार्केट रेट

सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के बच्चों को स्कूल की दो यूनिफार्म उपलब्ध करवानी है। इस फैसले ने सरकारी स्कूल के शिक्षकों व संस्था प्रधानों को गर्मी की छुट्टियों में भी सोचने को मजबूर कर दिया है।

राजस्थान के शिक्षा विभाग की उलझन: एक बच्चे की दो यूनिफार्म 175 रुपये में सिलवानी है, 250 रुपये से ज्यादा है मार्केट रेट
लाइव हिंदुस्तान,उदयपुर।Sat, 28 May 2022 03:37 PM

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सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के बच्चों को स्कूल की दो यूनिफार्म उपलब्ध करवानी है। इस फैसले ने सरकारी स्कूल के शिक्षकों व संस्था प्रधानों को गर्मी की छुट्टियों में भी सोचने को मजबूर कर दिया है। कारण यह है कि दो स्कूल यूनिफार्म सिलवाने के लिए सरकार 175 रुपये का ही भुगतान करेगी जबकि दो स्कूल यूनिफार्म का सिलाई खर्च 250 से 500 रुपये है।

विभाग के सूत्रों के मुताबिक सिर्फ उदयपुर में ही लाभार्थी स्टूडेंट्स की संख्या करीब 5.50 लाख है। सरकार से शिक्षा विभाग को सिर्फ 9.70 करोड़ रुपये ही मिलेंगे। न्यूनतम राशि 250 रुपये ही मानी जाए तो खर्च 13.50 करोड़ रुपये आता है। ऐसे में बाकी 3.80 करोड़ रुपये का जुगाड़ कैसे किया जाएगा? इसको लेकर शिक्षा विभाग और शिक्षकों की नींद उड़ी हुई है।

यह है सिलाई का खर्च
सरकार के फैसले के मुताबिक जुलाई में बच्चों को यूनिफार्म देने के लिए शिक्षा विभाग 300 करोड़ रुपये का कपड़ा खरीदेगा और स्कूलों की प्रबंध समिति को प्रति बच्चे 175 रुपये सिलाई के लिए दिए जाएंगे। ऐसे शिक्षा विभाग को यह समझ नहीं आ रहा है कि ये कैसे संभव हो पाएगा? स्थानीय टेलर शफीक अहमद के मुताबिक मुताबिक बाजार सिर्फ शर्ट की सिलाई 150 रुपये से अधिक है और पेंट की सिलाई 200 रुपये से ज्यादा है। बल्क में काम लेने वाले कितना कम करेंगे। कम से कम 250 रुपये खर्च तो आएगा ही।

यह है आगे का प्लान
सरकारी स्कूलों के शिक्षक योजना यह बना रहे हैं कि वे सरकार को पैसा बढ़ाने के लिए लिखेंगे, बात नहीं बनी तो भामाशाहों से आर्थिक सहयोग लिया जाएगा। गांवों में काम करने वाले स्वयं सहायता समूहों की भी मदद ली जा सकती है। जिला शिक्षा अिधकारी वीरेंद्र यादव बताते हैं कि अभी सरकार से कोई नए निर्देश नहीं मिले हैं। सरकार से मार्गदर्शन लेकर आगे की कार्य योजना तैयार करेंगे।

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