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गहलोत-पायलट के टकराव को रोक पाएंगे सुखजिंदर सिंह रंधावा? जानिए अहम चुनौतियां

राजस्थान के नए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के सामने गहलोत और पायलट के बीच टकराव को देखते हुए पार्टी को एकजुट रखना ही बड़ी चुनौती होगी।  रंधावा से पहले माकन और पांडेय विफल रहे थे।

गहलोत-पायलट के टकराव को रोक पाएंगे सुखजिंदर सिंह रंधावा? जानिए अहम चुनौतियां
Prem Meenaलाइव हिंदुस्तान,जयपुरTue, 06 Dec 2022 06:18 PM
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राजस्थान कांग्रेस के नया प्रभारी मिल गया है। पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा को राजस्थान का प्रभारी बनाया है। गहलोत और पायलट के बीच टकराव को देखते हुए  प्रदेश में पार्टी को एकजुट रखना और दोनों कैंप के नेताओं को साधने की सबसे बड़ी चुनौती है। क्योंकि रंधावा से पहले अविनाश पांडेय और अजय माकन राजस्थान की राजनीति के शिकार हो गए थे। अजय माकन ने इस्तीफा दे दिया था, जबकि अविनाश पांडेय को राजस्थान से हटाकर झारखंड का प्रभार दे दिया गया। ऐसे में राजस्थान विधानसभा चुनवा से पहले रंधावा के सामने दोनों कैंप के नेताओं के बीच होने वाले टकराव को रोकने की रहेगी। कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा आज रात कोटा पहुंचेंगे। भारत जोड़ो यात्रा में कोटा में होंगे शामिल। चंडीगढ़ एयरपोर्ट से इंडिगो की फ्लाइट से जयपुर के लिए होंगे रवाना। रात 9:45 बजे पहुंचेंगे। कोटा में सीएम गहलोत और राहुल गांधी से मिलने का कार्यक्रम है। प्रभारी बनने के बाद पहली बार रंधावा जयपुर आ रहे हैं। 

प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते हैं रंधावा

पंजाब के कांग्रेस नेता रंधावा को प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है। रंधावा की नियुक्ति में प्रियंका गांधी के साथ की राजस्थान के कांग्रेस विधायक और पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी की अहम भूमिका मानी जा रही है। रंधावा की पहली प्राथमिकता राजस्थान में निकल रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को किसी तरह के विवाद से बचाने की रहेगी।  भारत जोड़ो यात्रा के बाद गहलोत और पायलट के बीच जारी सियासी घमासान को शांत कराने की रहेगी।  राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि गहलोत समर्थक विधायकों से इस्तीफे वापस करवाना सबसे बड़ी चुनौती है। गहलोत समर्थक 91 विधायकों ने 25 सितंबर को स्पीकर सीपी जोशी को इस्तीफे सौंप दिए थे। इस मामले में स्पीकर सीपी जोशी को राजस्थान हाईकोर्ट का नोटिस भी मिल गया है। दो सप्ताह में जवाब मांगा है। माना जा रहा है कि नए प्रभारी इस्तीफा वाले विवाद का जल्द समाधान चाहते हैं। ऐसे चर्चा है कि रंधावा आज देर शाम राजधानी जयपुर आ सकते हैं। 

गहलोत-पायलट ने दी बधाई

रंधावा को राजस्थान का प्रभारी नियुक्त करने पर सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बधाई दी है। सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कह- राजस्थान कांग्रेस के AICC प्रभारी नियुक्त किए जाने पर पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।मुझे पूर्ण विश्वास है कि श्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के मार्गदर्शन में प्रदेश में कांग्रेस एकजुट होकर और मजबूत होगी एवं आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित होगी। सचिन पाटलट ने ट्वीट कर कहा- पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुखजिंदर सिंह रंधावा जी को राजस्थान कांग्रेस का प्रभारी नियुक्त किए जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके मार्गदर्शन में प्रदेश कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।

जानिए कौन है रंधावा

राजस्थान कांग्रेस के नए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा तीन बार के विधायक 63 वर्षीय रंधावा डेरा बाबा नानक विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके पिता संतोख सिंह पंजाब कांग्रेस के दो बार पीसीसी चीफ बने थे। अमरिंदर सिंह की सरकार में सुखजिंदर सिंह रंधावा जेल और सहकारिता के प्रभारी मंत्री थे। सुखजिंदर सिंह रंधावा अमरिंदर सिंह के करीबी विश्वासपात्र थे, लेकिन उनकी निष्ठा तब नवजोत सिद्धू की ओर झुक गई और सुखजिंदर राज्य में कप्तान-विरोधी अभियान का हिस्सा बन गए। अमरिंदर सिंह को हटाने के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भी उनका नाम चला था पर बाद में उनको चन्नी सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया।  सरकार के साथ रंधावा को संगठन में भी काम करने का अनुभव है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के वह उपाध्यक्ष और महासचिव भी रह चुके हैं। 

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