तो सचिन पायलट बन सकते थे राजस्थान के CM; गहलोत ने मन की टीस बता दी सीख
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर अपनी ही पार्टी के नेता और सीएम इन वेटिंग कहे जाने वाले सचिन पायलट पर खूब बरसे। उन्होंने पायलट को गद्दार संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने माफी नहीं मांगी।
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर अपनी ही पार्टी के नेता और 'सीएम इन वेटिंग' कहे जाने वाले सचिन पायलट पर खूब बरसे। उन्होंने पायलट को गद्दार संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा के साथ मिलकर उन्होंने सरकार गिराने की कोशिश की। यह भी कहा कि पायलट के पास मुश्किल से 10 विधायकों का समर्थन हासिल है और किसी कीमत पर उन्हें सीएम मंजूर नहीं किया जाएगा। एक टीवी इंटरव्यू में पूर्व उपमुख्यमंत्री पर कई आरोप लगाते हुए गहलोत ने यह भी कहा कि सचिन पायलट ने अभी तक माफी नहीं मांगी है। यदि उन्होंने माफी मांग ली होती तो शायद उनका इस तरह विरोध नहीं होता।
अशोक गहलोत ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह पद छोड़ने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन विधायकों का सम्मान किया जाना चाहिए जो संकट के समय सरकार के साथ रहे। गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट को बगावत की वजह से प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष पद से बर्खास्त किया गया और उपमुख्यमंत्री पद से हटाया गया। यह पूछे जाने पर कि पायलट को यदि सजा मिल चुकी है तो अब दोबारा उन्हें पद क्यों नहीं मिल सकता? इसके जवाब में गहलोत ने कहा कि उन्होंने अभी तक माफी नहीं मांगी है।
राजस्थान के सीएम ने कहा,, ''जो स्थिति है विधायकों के अंदर आक्रोश है, उनको चाहिए था कि वह माफी मांगते हाईकमान से, उनको माफी मांगनी चाहिए थी राजस्थान के लोगों से, उनको माफी मांगनी चाहिए थी विधायकों से कि गलती हो गई, मैं चला गया। यदि वह माफी मांग लेते तो मुझे माफी मांगने की जरूरत ही नहीं पड़ती। अगर वह माफी मांग लेते और विधायकों को जीत लेते, प्रदेशवासियों से माफी मांग लेते, वह नौजवान हैं। महौल बदल जाता तो यह नौबत (गहलोत समर्थक विधायकों की बगावत) नहीं आती। अभी जो बगावत हुई वह पायलट के खिलाफ था। बाद में हमारे मंत्रियों ने कहा भी था कि गद्दार को हम स्वीकार नहीं करेंगे। 102 विधायकों में से किसी को सीएम बनाया जाए।''
गहलोत ने आरोप लगाया कि पायलट ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ जब प्रदेश अध्यक्ष ने विपक्षी दल के साथ मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का भी नाम लिया और यहां तक कहा कि भाजपा हेडक्वॉर्टर से 10 करोड़ रुपए लिए गए थे।