राज्यसभा चुनाव: गहलोत का हाॅर्स ट्रेडिंग पर भाजपा पर प्रहार, मतदान से पहले गहलोत को भैरोंसिह शेखावत याद आए; जानें क्या बोले
राजस्थान राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले सीएम अशोक गहलोत उदयपुर की बाड़ेबंदी से विधायकों के साथ जयपुर पहुंच गए है। जयपुर में मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
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राजस्थान राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले सीएम अशोक गहलोत उदयपुर की बाड़ेबंदी से विधायकों के साथ जयपुर पहुंच गए है। जयपुर में मीडिया से बात करते हुए सीएम गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि तीनों सीट हम जीत रहे हैं। हमारा कुनबा एकजुट है। हम चाहते है कि इस बार ऐसे परिणाम आने चाहिए कि जिससे भविष्य में कोई हाॅर्स ट्रेडिंग करने के प्रयास नहीं करें। जो ये परंपरा डाल रहे है बीजेपी वाले हाॅर्स ट्रेडिंग की, हम चाहते है कि इस बार इनकों ऐसा सबक मिले की भविष्य में ऐसी नौबत ही नहीं आए।
भाजपा ने भैरों सिंह शेखावत को किया तंग
भैरों सिंह शेखावत को तंग किया गया। शेखावत को अपने विधायकों को चौखी ढाणी ले जाना पड़ा। हम चाहते है कि बीजेपी को सबक मिलना चाहिए। गहलोत ने कहा कि भाजपा वाले घबरा गए है। ईडी जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग जा रहे हैं। हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक जा रहे हैं। बीजेपी वाले घबरा गए है। कांग्रेस आसानी से तीन सीट जीतेगी। सीएम एयरपोर्ट से सीधे माकपा विधायक बलवान पूनिया से मिलने के गए।
सुभाष चंद्रा को 8 वोट चाहिए
मौजूदा संख्या बल के हिसाब से BJP एक सीट पर जीत रही है। दूसरी सीट के लिए उसे 11 वोट चाहिए। भाजपा ने घनश्याम तिवाड़ी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। सुभाष चंद्रा भी मैदान में है। भाजपा के 71 विधायक हैं। एक सीट जीतने के लिए 41 विधायकों के वोट चाहिए। दो उम्मीदवारों के लिए 82 वोट चाहिए। भाजपा समर्थक दूसरे उम्मीदवार को जीतने के लिए 11 वोट कम पड़ रहे हैं। हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के 3 विधायकों का सपोर्ट मिलने का बाद विधायकों की संख्या 74 हो जाती है। फिर दूसरे उम्मीदवार के लिए 8 वोटों की कमी रहती है। कांग्रेसी खेमे में सेंध लगाकर आठ वोट का प्रबंध करने पर ही भाजपा समर्थक दूसरा उम्मीदवार जीत सकता है। कांग्रेस के रणनीतिकार कांग्रेस के 108, 13 निर्दलीय, एक आरएलडी, दो सीपीएम और दो बीटीपी विधायकों को मिलाकर 126 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं। इसलिए मुकाबला बहुत रोचक है। कांग्रेसी खेमे से भाजपा कुछ निर्दलीयों और नाराज कांग्रेस विधायकों में सेंध लगाने के प्रयास में है।
बीजेपी की नजर कांग्रेस से नाराज विधायकों पर
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस 4 में 3 सीट जीतने के लेकर आश्वस्त है। कांग्रेस को तीसरी सीट के लिए निर्दलीय विधायकों की जरूरत पड़ेगी। भाजपा की एक सीट पक्की है, जबकि दूसरी सीट के लिए निर्दलीय विधायकों का समर्थन चाहिए। सभी 13 निर्दलीय विधायक गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे हैं। निर्दलीय विधायकों के दम पर बीजेपी सियासी लाभ उठाना चाहती है। बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि गहलोत कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज चल रहे निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिल सकता है।
राजस्थान विधानसभा में संख्या बल कांग्रेस के पक्ष में है।