Rajasthan Election: दीया कुमारी ने दाखिल किया नामांकन, बताया बीजेपी की सरकार क्यों बनेगी
राजस्थान में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया जारी है। सांसद दीया कुमारी ने नामांकन दाखिल किया। बड़े जुलूस के रूप में दीया कुमारी का काफिला जयपुर कलेक्ट्रेट पहुंचा। गहलोत पर जमकर निशाना साधा।

राजस्थान में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया जारी है। सांसद दीया कुमारी ने नामांकन दाखिल किया। बड़े जुलूस के रूप में दीया का काफिला जयपुर कलेक्ट्रेट पहुंचा। नामांकन दाखिल के बाद दीया कुमारी ने मीडिया से बात की और गहलोत सरकार को निशाने पर लिया। जयपुर विद्याधर नगर भाजपा प्रत्याशी दीया कुमारी ने शुभ मुहूर्त में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। दीया कुमारी ने कहा कि उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिस तरह से जंगल राज रहा है, जिससे आम जनता पूरी तरीके से त्रस्त है और अब डबल इंजन की सरकार बनाने के लिए 25 नवंबर का इंतजार कर रही है।बता दें दीया कुमारी को सीएम का दावेदार माना जा रहा है।
दीया कुमारी ने संपत्ति का किया खुलासा
सांसद दीया कुमारी ने चुनावी हलफाने में अपनी संपत्ति का खुलासा किया है। 28 कंपनी और म्यूचअल फंड में 14 करोड़ 85 लाख से ज्यादा पैसा लगा रखा है। एफडीआर में डेढ़ करोड़ रुपये लगा रखे है। 8 बैंकों के बचत खातों में 1 करोड़ 48 लाख से ज्यादा जमा है। जबकि करंट अकाउंट में 92 लाख से ज्यादा जमा है 19 करोड़ से ज्यादा रकम है।
रोड शो के जरिए किया शक्ति प्रदर्शन
राजसंमद सांसद दीया कुमारी ने नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले रोड शो किया। सुबह मुहूर्त के हिसाब से 8:15 बजे अपने प्रधान कार्यालय से दीया कुमारी खुली जीप में रवाना होकर समर्थकों के साथ जयपुर कलेक्ट्रेट पहुंचीं। यहां पर 11:15 बजे के मुहूर्त के हिसाब से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। रोड शो के दौरान दीया कुमार ने जगह-जगह आम जनता के मीले अभिवादन को स्वीकार किया और भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की।
बोलीं-राजस्थान में जंगलराज
दीया कुमारी ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह से गहलोत सरकार में पिछले 5 साल में जंगल राज रहा है, उसे अब आम जनता पूरी तरीके से त्रस्त हो चुकी है। बदलाव के लिए जनता 25 नवंबर के दिन का इंतजार कर रही है। अब वह दिन दूर नहीं जब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनेगी और राजस्थान विकास की गति पकड़ेगा। दीया कुमारी ने कहा कि महिला सुरक्षा, बेरोजगारी, किसान कर्ज माफी, भ्रष्टाचार और विकास, ये वो मुद्दे हैं जिनको पूरा करने में कांग्रेस की गहलोत सरकार नाकाम रही है। हर दिन जिस तरह से महिलाओं के साथ हिंसा और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं, उसे लेकर अब महिलाएं इस सरकार को सबक सिखाने के लिए आतुर हैं। बेरोजगार अपना हिसाब वोट के जरिए चुकाने को तैयार हैं।
