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अलवर की 11 सीटों पर कौन दावेदार, क्या है चुनावी मिजाज? यहां समझे पूरा सियासी गणित

राजस्थान का प्रवेश द्वार कहे जाने अलवर में इस बार भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच होगा। हालांकि, कुछ सीटों पर बसपा कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकती है। दोनों मंत्रियों की जमीन खिसकी हुई है।

अलवर की 11 सीटों पर कौन दावेदार, क्या है चुनावी मिजाज? यहां समझे पूरा सियासी गणित
Prem Meenaलाइव हिंदुस्तान,जयपुरTue, 19 Sep 2023 11:34 AM
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राजस्थान का प्रवेश द्वार कहे जाने अलवर में इस बार भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच होगा। हालांकि, कुछ सीटों पर बसपा कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकती है। प्रशासन द्वारा मंदिर ढहाने और गोरक्षा के नाम पर लिंचिंग के लिए चर्चा में रहे अलवर में विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस को बंपर जीत मिली थी। बीजेपी को 2 और 2 सीट पर बसपा को जीत मिली थी। एक सीट पर निर्दलीय चुनाव जीता। बीजेपी को विधानसभा चुनाव में अलवर (शहरी) और मुंडावर सीट पर जीत मिली। जबकि तिजारा, किशनगढ़ बास, बहरोड़, बानसूर, थाणागाजी, अलवर (ग्रामीण), कठूमर और राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ सीट पर हार का मुंह देखना पड़ा था। कुल 11 विधानसभी सीटों पर इस बार जोर आजमाइश शुरू हो गई है।

गहलोत के दोनों मंत्रियों की प्रतिष्ठान दांव पर 

इस बार हालत बदले हुए नजर आ रहे हैं। गहलोत की मंत्री शकुंतला रावत और टीकाराम जूली को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है। अलवर की 4 सीटों पर जातिगत समीकरण ही हार-जीत का फैसला करते हैं।  इन 4 विधानसभा क्षेत्रों में बड़ा वोट बैंक मेव, एससी, मीणा, माली, जाट, पुरुषार्थी, वैश्य समाज व गुर्जरों का है। अलवर शहर, ग्रामीण, रामगढ़ एवं राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ में जातिगत समीकरण मिजाज बदलते रहे है। अलवर ग्रामीण- कांग्रेस के मंत्री टीकाराम जूली, दौलत राम और सूरजमल कर्मद। जबकि बीजेपी से जयराम जाटव और अशोक वर्मा प्रमुख दावेदार माने जाते हैं। बानसूर विधानसभा से  मंत्री शकुंतला रावत और सुभाष यादव प्रमुख दावेदार माने जाते है। बीजेपी से महेंद्र यादव और देवी सिंह शेखावत प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। कांग्रेस विधायकों भी सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों से बात करने पर पता चलता है कि सरकार से नाराज नहीं है, लेकिन विधायकों से नाराज है।

कांग्रेस-बीजेपी में दावेदार 

रामगढ़ से जाकिर खान, विधायक साफिया जुबेर खान और नसरू खान कांग्रेस के उम्मीदवार है। जबकि बीजेपी से ज्ञानदेव आहूजा, सुखवंत सिंह और सहदेव सिंह प्रमुख दावेदार है। तिजारा- कांग्रेस के दुर्रू मियां, असगर दीन मोहम्मद और चौधरी फजल हुसैन। जबकि बीजेपी से मामन यादव और संदीप दायमा। मुंडावर- कांग्रेस से ललित यादव और अंजलि यावद। जबकि बीजेपी से मंजीत चौधरी और सुरेश यादव। अलवर-कांग्रेस उम्मीदवार जितेंद्र सिंह, अजय अग्रवाल और योगेश मिश्रा। बीजेपी से संजय शर्मा और बनवारी लाल सिंघल। बहरोड़ से कांग्रेस से बस्तीराम यादव, रामचंद्र यादव और संजय यादव। बीजेपी से महंत बालकनाथ योगी और मोहित यादव। कठूमर-कांग्रेस से बाबूलाल बैरवा और अभिजीत जाटव। जबकि बीजेपी से बाबूलाल और नरसी किराड़। थानागाजी- कांग्रेस से आशीष शर्मा और सुनील बोहरा। बीजेपी से हेमसिंह भड़ाना और अजीत पटेल। राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ से राहुल मीना, मांगीलाल मीना और नरेंद्र मीना। बीजेपी बन्नाराम, सुनीता मीना और विजय समर्थलाल। किशनगढ़ से कांग्रेस से दीपचंद खैरिया और बलवीर सिंह छिल्लर। बीजेपी से रामहेत यादव और दिनेश यादव।