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Rajasthan Crisis: फेल हुआ पायलट प्रोजेक्ट! गहलोत गुट के विधायकों ने दिखाए तेवर, 92 ने सौंपा इस्तीफा

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पहले ही उनके गुट के 92 विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है। ये सचिन पायलट के हाथ सूबे की कमान नहीं देना चाहते।

Rajasthan Crisis: फेल हुआ पायलट प्रोजेक्ट! गहलोत गुट के विधायकों ने दिखाए तेवर, 92 ने सौंपा इस्तीफा
Sneha Baluniविशेष संवाददाता,नई दिल्लीMon, 26 Sep 2022 05:29 AM

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राजस्थान कांग्रेस में रविवार की शाम सियासी संकट खड़ा हो गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष पद का संभावित उम्मीदवार बताकर उनकी जगह किसी दूसरे नेता को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करना कलह की वजह बन गया। शीर्ष नेतृत्व को इसका तनिक भी अंदेशा नहीं था। इस घटनाक्रम से साफ है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। 

राजस्थान के नए मुख्यमंत्री पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस ने रविवार शाम विधायक दल की बैठक बुलाई थी। इसके लिए प्रदेश प्रभारी अजय माकन और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को जयपुर भेजा गया था। उनसे कहा गया था कि वह हमेशा की तरह बैठक में प्रस्ताव पारित कराएं कि नए मुख्यमंत्री का फैसला पार्टी नेतृत्व पर छोड़ते हैं। पर, जयपुर में कुछ और ही हालात थे।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों को डर था कि हाईकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बना सकता है। इसलिए दबाव का रास्ता अपनाते हुए 92 विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है। इन विधायकों का कहना था कि मुख्यमंत्री के चयन में उनकी राय नहीं ली गई। गहलोत समर्थक आक्रोशित कांग्रेस विधायक बैठक में शामिल न होकर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के आवास पर पहुंचे और अपने तेवर जाहिर कर दिए। यह हालात तब पैदा हुए, जबकि कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक जयपुर में डेरा डाले हुए थे।

नई पीढ़ी को मौका मिले अशोक गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि वह 40 साल तक संवैधानिक पदों पर रहे। अब नई पीढ़ी को मौका मिले। उन्होंने यह भी कहा कि अगला विधानसभा चुनाव ऐसे व्यक्ति के नेतृत्व में लड़ा जाए, जिससे राजस्थान में कांग्रेस फिर से सत्ता में आ सके। जैसलमेर में गहलोत ने कहा, मैं पहले ही कह चुका हूं कि मेरे लिए कोई पद महत्वपूर्ण नहीं है। मैं 50 साल से राजनीति कर रहा हूं। 40 साल से किसी न किसी संवैधानिक पद पर हूं। इससे ज्यादा व्यक्ति को क्या मिल सकता है या क्या चाहिए।

राजस्थान में 2023 के रुझान आने शुरू सतीश पूनियां

राजस्थान में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने रविवार रात कहा कि राज्य में 2023 विधानसभा चुनाव के रुझान आने शुरू हो गए हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने ट्वीट किया, रुझान आने प्रारंभ, 2023 में जय भाजपा-तय भाजपा। एक अन्य ट्वीट में सतीश पूनियां ने कहा, इतनी अनिश्चितता तो आज भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट मैच में भी नहीं है जितनी राजस्थान की कांग्रेस पार्टी में नेता को लेकर है। विधायकों की बैठकें अलग-अलग चल रही हैं। इस्तीफों का सियासी पाखंड अलग चल रहा है। अब तो भगवान बचाए राजस्थान को।

कब क्या हुआ

6:58- विधायकों की बैठक से पहले पर्यवेक्षकों से मुलाकात करने पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
7:02- विधायकों की बैठक में देरी, पर्यवेक्षकों से अशोक गहलोत ने मुलाकात की
8:38- कांग्रेस विधायकों की बैठक में शामिल होने घर से निकले सचिन पायलट
9:20- मंत्री प्रताप खाचरियावास का 92 विधायकों संग इस्तीफे का दावा
10:10- अजय माकन जयपुर में सीएम हाउस पहुंचे। मल्लिकार्जुन खड़गे, सचिन पायलट और रघु शर्मा भी साथ थे
10:45- कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि सोनिया गांधी ने विधायकों से बातचीत करने का निर्देश दिया है।

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