ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News राजस्थान'जो जिम्मा सौंपा, निभा रहा हूं' गहलोत के कहने के पीछे पायलट फैक्टर बड़ी वजह, जानें सबकुछ

'जो जिम्मा सौंपा, निभा रहा हूं' गहलोत के कहने के पीछे पायलट फैक्टर बड़ी वजह, जानें सबकुछ

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष न बनने के पीछ कई कारण है। वे मुख्यमंत्री पद को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। विधानसभा चुनाव में पायलट को नेतृत्व नहीं सौंपने पर अड़े है।

'जो जिम्मा सौंपा, निभा रहा हूं' गहलोत के कहने के पीछे पायलट फैक्टर बड़ी वजह, जानें सबकुछ
Prem Meenaलाइव हिंदुस्तान,जयपुरThu, 25 Aug 2022 08:19 AM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष न बनने के पीछ कई कारण है। वे राजस्थान के मुख्यमंत्री पद को किसी भी सूरत में छोड़ने को तैयार नहीं हैं। विधानसभा चुनाव 2023 में सचिन पायलट को नेतृत्व सौंपने के लिए तैयार नहीं है। विधानसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करने पर अड़े है। सीएम गहलोत राजस्थान में सचिन पायलट को सत्ता सौंपने के लिए तैयार नहीं है। यही वजह की सीएम गहलोत कई बार कह चुके हैं राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहिए। कांग्रेस तभी खड़ी होगी जब राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाले। सीएम गहलोत ने सोमवार को जयपुर में कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष का पद नहीं संभालते है तो लोग निराश हो जाएंगे।   राजस्थान के सीएम और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद की खबर पर कहा कि यह मैं मीडिया से सुन रहा हूं। मैं इस बारे में नहीं जानता। जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है, मैं उसे पूरा कर रहा हूं. दरअसल, खबर आई कि कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पेशकश की गई है।

अशोक गहलोत ही क्यों?

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गांधी परिवार के वफादार माने जाते हैं। अशोक गहलोत साफ सुथरी छवि के नेताओं में शामिल हैं। एक मुख्यमंत्री और एक संगठन व्यक्ति के रूप में उनका अपना रिकॉर्ड रहा है। उन्हें सहयोगी सचिन पायलट के नेतृत्व में पार्टी के विद्रोह को दबाने का श्रेय दिया जाता है।  पिछले 25 वर्षों में, कांग्रेस का नेतृत्व सोनिया या राहुल गांधी करते आ रहे हैं।  गांधी परिवार सीताराम केसरी के अनुभव को नहीं भूले हैं, जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर गांधी के कई वफादारों को दरकिनार कर दिया था। लेकिन यही कारण है कि अगर राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो यह वास्तव में कांग्रेस की मदद करेगा। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सांसद मुकुल वासनिक, मीरा कुमार, सुशील कुमार शिंदे भी प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं। चर्चा अशोक गहलोत की ज्यादा हो रही है। इसकी वजह यह है कि सीएम गहलोत की साफ सुथरी छवि के नेताओं में शामिल हैं। एक मुख्यमंत्री और एक संगठन व्यक्ति के रूप में उनका अपना रिकॉर्ड रहा है। गहलोत को सचिन पायलट के नेतृत्व में पार्टी के विद्रोह को दबाने का श्रेय दिया जाता है। गहलोत राजनीतिक रूप से जाति से आ अप्रासंगिक माने जाने वाली जाति माली से आते हैं। गहलोत के और भी फायदे होंगे। ओबीसी वर्ग से आते हैं। जानकारों का कहना है कि सीएम अशोक गहलोत अगर 2024 में पार्टी का नेतृत्व करते हैं तो इससे कांग्रेस को मदद मिलेगी। कांग्रेस आलाकमान सीएम गहलोत की गहलोत की वफादारी और परफॉर्मेंस को लेकर खुश है। 

क्या फैसला होगा किसी को कोई मालूम नहीं

कांग्रेस का अध्यक्ष पद गांधी परिवार से बाहर होने पर सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस में जब तक कोई आधिकारिक फैसला नहीं हो जाता तब तक आप या मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। अध्यक्ष पद पर जुड़ी उनकी दावेदारी पर सीएम गहलोत ने कहा कि यह बहुत लंबे समय से मीडिया में चल रहा है। फैसला क्या होगा। किसी को कोई मालूम नहीं है। सोनिया गांधी से मुलाकात से संदर्भ में सीएम गहलोत ने कहा कि सोनिया चिकित्सा जांच के लिए विदेश गई है। हमनें शिष्टाचार मुलाकात की थी। मैं और वेणुगोपाल गुजरात जा रहे थे तो गुजरात के लिए हमने उनसे आशिर्वाद लिया। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें