अशोक गहलोत के मन में बार-बार आ रहे CM पद छोड़ने के ख्याल, ऐसा क्यों हो रहा? दिया जवाब
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि वह कई बार मुख्यमंत्री पद छोड़ने की सोचते हैं, लेकिन यह पद है कि उन्हें नहीं छोड़ रहा है। ऐसा क्यों हो रहा है? उन्होंने इसका जवाब भी दिया।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को खुद को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से 'बड़ा फकीर' बताया। उन्होंने एक बार फिर कहा कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते हैं, लेकिन यह पद है कि उन्हें नहीं छोड़ रहा है। जयपुर के बिड़ला सभागार में आयोजित एक समारोह में गहलोत ने कहा कि सीएम पद को लेकर कांग्रेस आलाकमान जो भी फैसला करेगा, वह उनको मंजूर होगा। सनद रहे गत तीन अगस्त को भी गहलोत ऐसी ही बात कर चुके हैं। उनकी ओर से बार-बार ऐसा बयान आना चर्चा का विषय बना हुआ है।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा- मैंने यह बात सोच-समझकर बोली है। मन में आता है कई बार कि यह पद छोड़ दूं ...क्यों आता है, वह एक रहस्य है। लेकिन हाईकमान जो फैसला करेगा, वह मुझे मंजूर होगा। यह कहने की हिम्मत होनी चाहिए कि मैं पद छोड़ना चाहता हूं, पर यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा है। सचिन पायलट के साथ उनके पुराने टकराव और पिछले कुछ महीनों के दौरान कांग्रेस आलाकमान द्वारा दोनों के बीच सुलह के प्रयासों की पृष्ठभूमि में गहलोत के इस बयान को अहम माना जा रहा है।
सनद रहे कांग्रेस नेतृत्व भी यह संकेत दे चुका है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा घोषित नहीं होगा। इस साल नवंबर-दिसंबर में राजस्थान विधानसभा चुनाव होना है। गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके व्यवहार एवं 'बॉडी लैंग्वेज' से लगता है कि वह एक पार्टी (भाजपा) और केवल हिंदुओं के ही प्रधानमंत्री हैं। गहलोत ने कहा कि यह बहुत खतरनाक बात है। इस अवसर पर उन्होंने नवगठित जिलों की उद्घाटन पट्टिकाओं का डिजिटल अनावरण भी किया।
गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री पद का मान सम्मान हम अब भी करते हैं। प्रधानमंत्री देश का होता है न कि भाजपा का... प्रधानमंत्री को अपने बारे में अभी तक भ्रम है कि मैं भाजपा का प्रधानमंत्री हूं... बोलचाल और 'बॉडी लैंग्वेज' में उनका जो व्यवहार है, उससे ऐसा लगता है कि जैसे वह एक पार्टी के प्रधानमंत्री हैं। वह खाली हिंदुओं के प्रधानमंत्री हैं... यह बहुत खतरनाक बात है...। मोदी जी ऐसा क्यों मानते हैं कि मैं केवल भाजपा का प्रधानमंत्री हूं, मैं खाली हिंदुओं का प्रधानमंत्री हूं।
गहलोत ने कहा- मोदी जी अपने बारे में कहते हैं कि मैं फकीर हूं... लेकिन मोदी जी, मैं आपसे बड़ा फकीर हूं। मोदी जी कहते हैं। मेरे मित्र अशोक गहलोत... लेकिन उसी मित्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं... मोदी जी जब कहते हैं कि मेरे मित्र अशोक गहलोत, तो जनता में भ्रम होता है कि अशोक गहलोत एवं मोदी में बड़ी अच्छी दोस्ती है। गहलोत ने मानगढ़ में एक कार्यक्रम का जिक्र किया जहां मंच पर मोदी एवं गहलोत दोनों मौजूद थे। गहलोत ने कहा कि भाजपा वालों की कथनी एवं करनी में अंतर होता है।
