राजस्थान: कांग्रेस ने विधायकों को जयपुर से जैसलमेर ही क्यों किया शिफ्ट, ये हैं 4 बड़े कारण
विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंकाओं को देखते हुए राजस्थान सरकार अब जैसलमेर में आईसोलेट हो गई है। सरकार का करीब 14 दिन के लिए अब नया बाड़ा जैसलमेर का होटल सूर्यागढ़ है। होटल सूर्यागढ़ को नया बड़ा बनाने के...
विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंकाओं को देखते हुए राजस्थान सरकार अब जैसलमेर में आईसोलेट हो गई है। सरकार का करीब 14 दिन के लिए अब नया बाड़ा जैसलमेर का होटल सूर्यागढ़ है। होटल सूर्यागढ़ को नया बड़ा बनाने के कई बड़े कारण है। साथ ही होटल फेयरमाउंट को खाली करना भी कांग्रेस के लिए जरूरी हो गया था। एक और तो विधायक बोरियत महसूस करने लगे थे और दूसरी ओर कई ऐसे कारण थे, जिनके वजह से अशोक गहलोत सोच रहे थे कि इन विधायकों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए।
आपको बताते है कि ऐसे क्या कारण रहे, जिसकी चलते होटल फेयरमाउंट को छोड़कर कांग्रेस को जयपुर से करीब 700 किलोमीटर दूर होटल सूर्यागढ़ को अपना नया ठिकाना बनाना पड़ा।
पहला कारण: जयपुर का होटल फेयरमाउंट ईडी के निशाने पर था। होटल पर 13 जुलाई को भी उस वक्त छापे पड़े, जब विधायकों की बाड़ाबंदी की जानी थी। ऐसे में यह माना जा रहा था कि जल्द ही ईडी का एक बार फिर इस होटल पर शिकंजा कस सकती थी। यदि ईडी फिर कार्रवाई करती और उस दौरान कांग्रेस विधायक वहां होते तो कांग्रेस की पॉलिसी लीक हो सकती थी।
दूसरा कारण: होटल फेयरमाउंट दिल्ली रोड पर स्थित है, ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से इस होटल को महफूज नहीं समझा जा रहा था। जबकि होटल सूर्यागढ़ जैसलमेर शहर से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर है और 10 किलोमीटर के दायरे में आबादी ना के बराबर है।ऐसी स्थिति में यदि कोई व्यक्ति होटल के आसपास भी घूमता नजर आए तो उस पर निगरानी रखी जा सकती है।
तीसरा कारण: एक बड़ा कारण यह भी था कि विधायक एक ही जगह पर रुककर बोर हो चुके थे। ऐसी स्थिति में अब नई जगह पर कुछ नयापन होगा। बताया जाता है कि विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने विधायकों ने यह बात रखी थी। इसके बाद गहलोत के सामने उदयपुर, जोधपुर और जैसलमेर का प्रस्ताव आया तो उसमें से उन्होंने जैसलमेर को फाइनल किया गया।
चौथा कारण: विधायकों की शिफ्टिंग का एक कारण यह भी रहा कि जयपुर में अधिकांश विधायकों के परिवार व रिश्तेदार रहते है। ऐसे में ये लोग लगातार विधायकों से मिलने आ रहे थे] जिसके कारण भी कांग्रेस की पॉलिसी लीक होने का खतरा बना हुआ था। अब जैसलमेर में इन विधायकों को एकांत में रखा जा सकेगा।