विधायक खरीद-फरोख्त मामला: राजस्थान में आज गरमाई रही सियासत, जानें दिनभर का घटनाक्रम
राजस्थान की सियासत का पारा मौसम की तरह ही आज गर्म नजर आया। शुक्रवार को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानी एसओजी की ओर से विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले को लेकर रिपोर्ट दर्ज करने के बाद राज्य की सियासत गर्म...
राजस्थान की सियासत का पारा मौसम की तरह ही आज गर्म नजर आया। शुक्रवार को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानी एसओजी की ओर से विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले को लेकर रिपोर्ट दर्ज करने के बाद राज्य की सियासत गर्म है। आज दिनभर भाजपा-कांग्रेस के साथ ही पुलिस महकमे में भी उठा-पटक का दौर जारी रहा। दोनों पार्टियां जहां एक-दूसरे को घेरती रहीं तो एसओजी ने 24 घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसओजी के साथ ही एसीबी ने भी विधायक खरीद-फरोख्त मामले में अब प्राथमिकी दर्ज कर ली है। कल यानी शुक्रवार शाम करीब पांच बजे रिपोर्ट दर्ज होने से राजस्थान में अब तक क्या-क्या हुआ, पढिए:
देर रात सीएम हाउस पर हुई बैठक
एसओजी की ओर से मामला दर्ज हुआ तो देर रात सीएम अशोक गहलोत ने मंत्रियों के साथ बैठक की। इसके बाद मुख्य सचेतक महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के हस्ताक्षर से एक प्रेस नोट देर रात करीब एक बजे जारी हुआ, जिसमें 26 विधायकों ने यह कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ हैं। कोई भी प्रलोभन उनका ईमान नहीं डिगा सकेगा।
दोपहर 1 बजे: सीएम ने की प्रेसवार्ता, भाजपा पर लगाए आरोप
आज दोपहर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक प्रेस वार्ता की। इसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राजस्थान भाजपा के नेताओं के खिलाफ जमकर हमला बोला। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लोकतंत्र की हत्या कर रही है। कई अन्य राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां की स्थिर सरकारों को भाजपा ने गिरा दिया। राज्यसभा चुनाव का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि गुजरात में 7 विधायकों का इस्तीफा दिलाकर भाजपा ने 3 सीटों पर जीत हासिल कर ली और बहुत खुश हुए। लेकिन, राजस्थान में इनके मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। वहीं, अपने विधायकों के पार्टी के साथ रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है और यहां आज तक हॉर्स ट्रेडिंग नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे विधायकों में खुद्दारी है। साथ ही यह भी कह दिया कि यदि किसी ने पार्टी के साथ गद्दारी की, तो राजस्थान की जनता उसे माफ नहीं करेगी।
दोपहर 3 बजे: भाजपा की प्रेसवार्ता, सीएम के आरोपों पर किया पलटवार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा पर लगाए गए आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि आज अनायास ही मुख्यमंत्री की प्रेसवार्ता को सुनने का मौका मिला, लेकिन इसमें सीएम इतने विचलित कभी नहीं दिखे, जितने कि आज वे दिख रहे थे।। सीएम के मन में हताशा, और निराशा ज्यादा दिखाई दी। इसके साथ ही पूनिया ने सीएम के बकरा मंडी वाले बयान पर कहा कि विधायक बकरा मंडी कैसे हो सकते हैं। इस पर सीएम को जवाब देना चाहिए। पूनिया ने कहा कि कांग्रेस अपने अंतर्विरोध को भाजपा के माथे मंड रही है। वहीं, आज मुख्यमंत्री ने जिस तरह से नाम लेकर आरोप लगाए हैं, उससे राजस्थान राजनीति की सुचिता को खत्म करने का काम किया है। वर्ष 2023 में फिर से सरकार बनाने के दावे पर भी पूनिया ने चुटकी ली और कहा कि मुंगेरी लाल के हसीन सपने हैं। इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया उदयपुर से जुड़े और गहलोत को आरोप लगाने पर सीधी चुनौती दे डाली। उपनेता राजेंद्र राठौड ने कहा कि कांग्रेस कुनबे में भगदड़ मची हुई है।
शाम 4 बजे: एसओजी की प्रेसवार्ता, दो आरोपियों की गिरफ्तारी की घोषणा
शाम चार बजे एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एसओजी को बड़ी कामयाबी मिली है। रिपोर्ट दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर ही एसओजी ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया और पूछताछ में आरोपी साबित होने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार आरोपियों के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता होने की बात कही जा रही हैं। हालांकि, एडीजी ने कहा कि फिलहाल उनके पॉलिटिकल बैकग्राउंड के बारे में जानकारी नहीं जुटाई गई है। इस बारे में अब पूछताछ होगी। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है कि आरोपी कार्यकर्ता है या नहीं। गिरफ्तार आरोपियों में अशोक सिंह और भरत मालाणी शामिल है।
एसओजी के बाद अब एसीबी हुई एक्टिव, परिवाद दर्ज
राजस्थान में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के बाद अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भी सक्रिय हो गई है। यहां एसीबी ने इस खरीद-फरोख्त के मामले में तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी जांच दर्ज की है। शनिवार को इसका खुलासा हुआ। इसके बाद एसीबी के डीजी डॉ.आलोक त्रिपाठी ने भी इसकी पुष्टि की। एसीबी के अनुसार जिन तीन विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनमें दौसा जिले के महुआ विधायक ओमप्रकाश हुड़ला, अजमेर के किशनगढ़ विधायक सुरेश टांक और पाली जिले में मारवाड़ जंक्शन से विधायक खुशवीर सिंह का नाम शामिल है। आरोप है कि इन तीनों विधायकों ने राज्यसभा चुनाव से पहले आदिवासी क्षेत्र में विधायकों से संपर्क किया था। उन्हें खरीद फरोख्त के लिए करोड़ों रूपए की रकम देने का प्रलोभन दिया था। अब एसीबी पीसी एक्ट के तहत इन विधायकों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुला सकती है।