उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी... किरोणी लाल मीणा ने क्यों दिया मंत्रिपद से इस्तीफा, पहली बार खुलकर दिया जवाब
किरोणी लाल मीणा ने पिछले दिनों मीणा ने कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है।
राजस्थान के मंत्रिपद से कई दिन पहले इस्तीफा देने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार इस्तीफा देने के पीछे की असली वजह बताई है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्रिपद इसलिए छोड़ा क्योंकि लोगों ने उन्हें महत्व नहीं दिया। मीणा ने लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में कुछ सीट पर भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है।
मीणा ने कहा, ‘‘मैंने इस सरकार में मंत्रिपद इसलिए छोड़ दिया क्योंकि जिन लोगों की मैं 45 वर्षों से सेवा कर रहा था, उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी।’’ उन्होंने दौसा में आदिवासी दिवस समारोह में बड़ी संख्या में लोगों को संबोधित किया और कहा कि वह आरक्षण के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं होने देंगे।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘चुनाव से पहले लोग कहते थे कि अगर (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी सत्ता में आए तो वह आरक्षण खत्म कर देंगे। मोदी आ गए हैं और डॉ. किरोड़ी लाल की जिम्मेदारी है कि वह आरक्षण के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं होने देंगे।’’ उन्होंने दौसा में एक आदिवासी दिवस समारोह में बोलते हुए कहा, मैंने तो इस भजनलाल सरकार में मंत्री पद को ठोकरइसलिए मार दी जहां मैं 45 साल से सेवा कर रहा थी उन लोगों ने मेरी बात को नहीं रखा।
इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने कहा था, नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है। एससी-एसटी के नेता समाज को भ्रमित और गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं अपनी मां की कसम खाकर कहता हूं कि आरक्षण से कभी छेड़छाड़ नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट का फैसला समाज के गरीब लोगों के हित में होगा।