कन्हैयालाल हत्याकांड : चश्मदीद राजकुमार को एयर लिफ्ट करने की तैयारी, फिलहाल वेंटिलेटर पर
राजकुमार को एनेस्थिसिया से हटाकर भी समीक्षा कर ली है। एमबी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन के निर्देशन में बने बोर्ड व स्थानीय न्यूरो सर्जन डॉ. गौरव जायसवाल से लगातार चर्चा की जा रही है।
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कन्हैयालाल हत्याकांड के मुख्य गवाह एवं चश्मदीद राजकुमार शर्मा की हालत स्थिर बनी हुई है। डॉक्टर 24 घंटे उनको अपनी निगरानी में रखे हुए हैं। राजकुमार शर्मा सोमवार रात को ऑपरेशन के बाद से ही वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टरों के मुताबिक अभी तक के संकेत अच्छे दिखाई दे रहे हैं। ठीक होने में वक्त लग सकता है। उन्हें एमबी अस्पताल की सुपर स्पेशिएलिटी विंग के न्यूरो सर्जरी आईसीयू में रखा गया है।
सूत्रों से पता चला है कि 48 घंटे में अगर राजकुमार शर्मा को होश नहीं आता है या तबीयत में सुधार नहीं नजर आता है तो राजकुमार शर्मा को एयर एंबुलेंस के जरिये बेंगलुरु ले जाया जा सकता है। इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी आवश्यक निर्देश दिए हैं।
ऑपरेशन करने वाले जयपुर के न्यूरो सर्जन डॉक्टर मनीष अग्रवाल ने बताया कि ऑपरेशन पूरी तरह से सफल रहा है। मरीज को वेंटिलेटर पर रखा है। अभी काफी चुनौती भरा समय है। रिकवरी में लंबा वक्त लग सकता है। ऑपरेशन के बाद किया गया सीटी स्कैन संतोषजनक था। एनेस्थिसिया से हटाकर भी समीक्षा कर ली है। एमबी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन के निर्देशन में बने बोर्ड व स्थानीय न्यूरो सर्जन डॉ. गौरव जायसवाल से लगातार चर्चा की जा रही है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान काफी चुनौतियां थीं। राजकुमार का ब्लड प्रेशर लगातार बढ़ रहा था। मेडिकल बोर्ड ने बीपी मैंटेन करने में काफी मेहनत की थी। मरीज के सिर में काफी गहराई में हेमरेज हुआ था। ऑपरेशन के बाद सिर में सूजन पर नियंत्रण पा लिया है। उपचार के लिए अन्य जगह ले जाने के सवाल पर डॉ. रश्मी कटारिया ने बताया कि सभी सुविधाएं राजस्थान में मौजूद हैं। फिलहाल बाहर ले जाने की संभावना नहीं लगती है। आगे इंतजार करते हैं कि मरीज का शरीर कैसे रिस्पांस करता है। 48 घंटे के बाद मरीज को वेंटिलेटर से हटाकर समीक्षा की जाएगी।