'10 साल से इंतजार था', IAS टीना डाबी ने पाक विस्थापित को दी भारतीय नागरिकता, जानें मामला
राजस्थान कैडर की आईएएस अधिकारी टीना डाबी एक बार फिर चर्चा में है। जैसलमेर जिला कलेक्टर टीना डाबी पाकिस्तान के अमरकोट से जैसलमेर आए पाक विस्थापित को नागरिकता प्रमाण पत्र देकर उनकी मुराद पूरी कर दी।

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राजस्थान कैडर की आईएएस अधिकारी टीना डाबी एक बार फिर चर्चा में है। जैसलमेर जिला कलेक्टर टीना डाबी पाकिस्तान के अमरकोट से जैसलमेर आए पाक विस्थापित कोझराज सिंह पुत्र मेहताब सिंह को नागरिकता प्रमाण पत्र देकर उन्हें भारतीय नागरिकता का हक दे दिया है। नागरिकता प्रमाण पत्र पाकर पाक विस्थापित डॉक्टर सिंह का बेहद खुश दिखाई दिए। नागिरकता प्रमाण पत्र मिलने पर उन्होंने टीना डाबी का आभार जताया है। कोझराज सिंह ने कहा हाल ही में उन्हें भारतीय होने का जो यह प्रमाण पत्र मिला है, यह किसी पुनर्जन्म के सर्टिफिकेट से कम नहीं है. मैं इसे पा खुद को गोरवांवित महसूस कर रहा हूं।
10 साल से कर रहे थे इंतजार
उल्लेखनीय है कि पाक से 2012 में जैसलमेर आए थे और बीते 10 वर्षों से वह भारतीय नागरिकता का इंतजार कर रहे थे। वहीं, वर्ष 2019 से लंबित नागरिकता आवेदन को लेकर कलेक्टर टीना डाबी के प्रयासों से उन्हें आखिरकार भारतीय होने का सर्टिफिकेट मिल ही गया। सिंह जैसलमेर के एक निजी चिकित्सालय में बच्चों के डॉक्टर के पद पर कार्यरत हैं। वहीं, जहां ये तीन भाई जैसलमेर आ चुके हैं। एक भाई और माता-पिता अभी भी पाकिस्तान में है और वे चाहते हैं कि वह भी जल्द ही हिंदुस्तान की धरती पर आ जाएं। बता दें, डॉ. सोढ़ा एक संपन्न परिवार से हैं और इनके परिवार की विरासत पाकिस्तान में भी वैभवशाली है। सिंह के पिता मेहताबसिंह पाकिस्तान में राजकीय सेवा में कार्यरत हैं। वहीं, माता व एक छोटा भाई पाकिस्तान में ही है. वहीं, तीन भाई जैसलमेर में रहते हैं और साधन संपन्न है। पाकिस्तान में अपने समाज की लड़कियों की कमी के चलते सोढ़ा शादी के लिए जैसलमेर आए हैं।
पाक विस्थापित कर रहे हैं नागरिकता का इंतजार
बता दें, राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर समेत अन्य जिलों में बड़ी संख्या में पाक विस्थापित रहते हैं, लेकिन नागरिकता प्रमाण पत्र के अभाव में सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने से वंचित है। केंद्र सरकार ने जैसलमेर और जोधपुर कलेक्टर समेत 5 जिलों के जिला कलेक्टरों को नागरिकत प्रमाण पत्र देने के अधिकार दे रखा है।