अशोक गहलोत का नाम कैसे पड़ा 'जादूगर' ? राजस्थान के CM ने खुद बताया
सवाल यह उठता है कि उनका नाम 'जादूगर' कैसे पड़ा? सोमवार को दिए एक इंटरव्यू में अशोक गहलोत ने खुद बताया है। आइये जानते हैं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम जादूगर कैसे पड़ गया...

Rajasthan Election: राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होना है। इन चुनावों से पहले राजस्थान का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस दौरान सीएम गहलोत भी अपनी और अपनी सरकार की बातें लोगों तक पहुंचा रहे हैं। इस दौरान कई बार गहलोत अपने व्यक्तिगत जीवन पर भी खुलकर बोल रहे हैं। अशोक गहलोत को राजनीति का जादूगर भी कहा जाता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि उनका नाम 'जादूगर' कैसे पड़ा? सोमवार को दिए एक इंटरव्यू में अशोक गहलोत ने खुद बताया है। आइये जानते हैं गहलोत का नाम जादूगर कैसे पड़ गया...
सोमवार को एक इंटरव्यू के दौरान अशोक गहलोत ने बताया कि उनकी फैमिली में मैजिक का काम होता था। इस वजह से कुछ ट्रिक वो भी सीख गए थे। अशोक गहलोत के पिता भी जादू दिखाने का काम करते थे। बाद में अशोक गहलोत के पिता जी राजनीति में आ गए। अशोक गहलोत भी जल्दी ही राजनीति में एंट्री कर लिए। राजनीति में आने के बाद उनके राजनीतिक कौशल को देखकर लोगों ने उन्हें 'जादूगर' कहना शुरू कर दिया। ये बातें बताते हुए अशोक गहलोत के चेहरे पर मुस्कुराहट थी।
राहुल, प्रियंका को बचपन में दिखाया था जादू?
इंटरव्यू के दौरान अशोक गहलोत से जादूगर नाम को लेकर सवाल किया गया तो प्रियंका और राहुल का भी नाम आया। इस दौरान यह सवाल पूछा गया कि क्या अशोक गहलोत ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को बचपन में जादू दिखाया है? इस सवाल का जवाब देते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि इस बात में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है, यह पूरी तरह से सही बात नहीं है। उनका जादूगर नाम उनके परिवार में होने वाले काम की वजह से पड़ा था। इस दौरान उन्होंने बताया कि घर में जादू का काम होने के चलते गहलोत ने भी कुछ जादू सीख लिया था।
बता दें कि 25 नवंबर को राजस्थान में मतदान होना है। अशोक गहलोत राज्य की सरदारपुरा सीट ताल ठोंक रहे हैं। उनके अलावा पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी राजस्थान की टोंक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीटों पर 25 को मतदान होना है। इसी दिन सभी प्रत्याशियों की किस्मत मत पेटी में बंद हो जाएगी। इन चुनावों का परिणाम 3 दिसंबर को जारी किया जाएगा।
