गहलोत समर्थक 91 विधायकों के इस्तीफे पर निर्णय नहीं करने पर स्पीकर सीपी जोशी को नोटिस, जानें मामला
राजस्थान में कांग्रेस के 91 विधायकों के इस्तीफों पर निर्णय नहीं करने पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और सचिव को नोटिस जारी किया है। राजस्थान हाइकोर्ट ने कांग्रेस के 91 विधायकों के मामले में नोटिस दिया।
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राजस्थान में कांग्रेस के 91 विधायकों के इस्तीफों पर निर्णय नहीं करने पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और सचिव को नोटिस जारी किया है। राजस्थान हाइकोर्ट ने कांग्रेस के 91 विधायकों की ओर से दिए इस्तीफों पर निर्णय नहीं करने पर विधानसभा स्पीकर और सचिव को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है. जस्टिस एमएम श्रीवास्तव और जस्टिस वीके भारवानी की खंडपीठ ने यह आदेश उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ की जनहित याचिका पर दिए है। हाईकोर्ट ने दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए है। विधानसभा उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ और अन्य ने जनहित याचिका दायर की थी।
दो महीने बाद भी नहीं लिया निर्णय
याचिका में कहा गया कि कांग्रेस के 91 विधायकों ने गत 25 सितंबर को विधानसभा स्पीकर को अपने इस्तीफे सौंपे थे। इसके बाद 18 अक्टूबर, 19 अक्टूबर, 12 नवंबर और 21 नवंबर को याचिकाकर्ता ने स्पीकर को प्रतिवेदन देकर दिए गए इस्तीफे को लेकर निर्णय करने का आग्रह किया था. इसके बावजूद भी स्पीकर ने अब तक इन इस्तीफों को लेकर कोई निर्णय नहीं किया। याचिका में यह भी कहा गया कि यदि कोई विधायक इस्तीफा स्वयं पेश करता है तो विधानसभा प्रक्रिया नियम 173 के तहत स्पीकर के पास इस्तीफा स्वीकार करने के अतिरिक्त और कोई विकल्प नहीं होता. सिर्फ इस्तीफा स्वैच्छिक और जेन्युइन है या नहीं, को लेकर ही जांच की जा सकती है. याचिका में यह भी कहा गया कि यह असंभव है कि इतनी बड़ी संख्या में विधायकों से जबरन इस्तीफों पर हस्ताक्षर करवाए गए हो या उनके फर्जी हस्ताक्षर किए गए
कांग्रेस विधायक दल की बैठक का कर दिया था बहिष्कार
बता दें 25 सितंबर को गहलोत समर्थक विधायकों ने स्पीकर सीपी जोशी को इस्तीफे सौंप दिए थे। गहलोस समर्थक विधायकों ने कांग्रेस विधायद दल की बैठक का बहिष्कार कर दिया था। चर्चा थी कि विधयक दल की बैठक में सचिन पायलट को सीएम बनाने के लिए एक लाइन का प्रस्ताव पारित होना था। लेकिन मीटिंग से पहले ही गहलोत समर्थक मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर समानांतर मीटिंग हो गई।