गहलोत-पायलट कैंप के बयानवीर नपेंगे, केसी वेणुगोपाल ने मांगी रिपोर्ट; इन पर हो सकता है ऐक्शन
राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद गहलोत और पायलट कैंप के बयानवीर मंत्री और नेता नप सकते हैं। कांग्रेस आलाकमान ने पीसीसी चीफ डोटासरा ने बयानवीर नेताओं की लिस्ट मांगी है।

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राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद गहलोत और पायलट कैंप के बयानवीर मंत्री और नेता नप सकते हैं। कांग्रेस आलाकमान ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने दोनों कैंप के बयानवीर नेताओं की लिस्ट मांगी है। मंगलवार को प्रदेश के दौरे पर आए एआईसीसी संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने डोटासरा को लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए। बता दें 25 सितंबर को कांग्रेस विधायद दल की बैठक का बहिष्कार करने के बाद 27 सितंबर को आलाकमान ने एडवाइजरी जारी की थी। लेकिन इसके बाद भी मंत्रियों की बयानबाजी नहीं थी। पायलट कैंप के माने जाने वाले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा, विधायक दिव्या मदेरणा और रामखिलाड़ी बैरवा लगातार बयानबाजी करते रहे। जबकि गहलोत कैंप के मंत्री परसादी लाल मीना की बयानबाजी जारी रही।
केसी वेणुगोपाल ने डोटासरा को दिए निर्देश
केसी वेणगोपाल ने एडवाइजरी के बाद बयानबाजी करने वाले नेताओं पर कार्रवाई के सवाल पर वेणुगोपाल ने कहा कि मेरे निर्देश के बाद किस किस नेता ने बयान दिए है। मैंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा है। रिपोर्ट मांगी है। वेणुगोपाल ने कहा कि अब एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करके पार्टी को कमजोर करने का वक्त नहीं हैं। आपस में ही लड़ेंगे तो बीजेपी से कैसे ल़ड़ेंगे। बता दें, राजस्थान कांग्रेस में सीएम गहलोत और पायलट खेमों के बीच चल रही खींचतान पर जमकर बयानबाजी हो रही है। उल्लेखनीय है कि 25 सितंबर को सीएम अशोक गहलोत खेमे के विधायकों के विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने के बाद हुए सियासी बवाल के समय गहलोत और पायलट खेमों के बीच खूब बयानबाजी हुई थी। तीन नेताओं को नोटिस मिलने के बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने 27 सितंबर को लिखित एडवाइजरी जारी करके पार्टी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करने पर रोक लगा दी थी।
इन नेताओं पर हो सकता है ऐक्शन
सचिन पायलट समर्थक मंत्री राजेंद्र गुढ़ा लगातार मुखर होकर बयानबाजी करते रहे हैं। पायलट को सीएम बनाने की मांग उठाते रहे हैं। पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए उन पर धोखा देने का आरोप लगाया था। ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा लगातार अनुशासनहीनता के मुद्दे पर गहलोत खेमे पर हमलावर रही हैं। कई बार बयान दे चुकी है। जबकि गहलोत कैंप के माने जाने वाले मंत्री परसादी लाल मीना पायलट को निशाने पर ले चुके हैं। एडवाइजरी जारी होने के बाद गहलोत कैंप के अधिकांश मंत्रियों ने चुप्पी साध ली, लेकि पायलट कैंप के माने जाने वाले राजेंद्र गुढ़ा और दिव्या मदेरणा लगातार इशारों में सीएम गहलोत पर निशाना साधती रही है।