राजस्थान में क्यों मिली हार? कांग्रेस ने किया मंथन, अब लोकसभा चुनाव में मोदी को हराने का संकल्प
राजस्थान विधानसभा चुनावों (Rajasthan Elections) में कांग्रेस को मायूसी क्यों मिली, इसको लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने रविवार को बैठक की। इस बैठक में राजस्थान में हार की समीक्षा की गई।

कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने शनिवार को दिल्ली में राजस्थान के हालिया विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार की समीक्षा की। इसमें पार्टी ने फैसला किया कि कमियों को दूर करके एकजुट होकर अगले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में यह समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
बैठक में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। इस बैठक के बाद राजस्थान के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने संवाददाताओं से कहा- काफी लंबी चर्चा हुई है। कई उम्मीदवार बहुत कम वोटों से हारे हैं।
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि हमने नेतृत्व को बोल दिया है कि हम अब एकजुट होकर लोकसभा चुनाव की तैयारियां करेंगे। पार्टी ने भी फैसला लिया है कि जहां-जहां कमियां थीं, उनको दूर करके चुनाव में उतरा जाएगा। राजस्थान में सभी नेता एकजुट होकर लड़ेंगे। विधानसभा चुनाव में भी पूरी कांग्रेस एकजुट होकर लड़ी थी।
यह पूछे जाने पर क्या प्रभारी पद से उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की तो सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा- मैंने पहले ही कह दिया था कि विधानसभा चुनाव तक ही जिम्मेदारी संभालूंगा। लेकिन, नेतृत्व ने कहा है कि दूसरे राज्यों की तुलना में राजस्थान में कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया है। बैठक में भविष्य की योजनाओं पर भी विचार-विमर्श किया गया। इन सभी मामलों पर गहन चर्चा की गई। पार्टी अब पूरी ताकत और एकजुटता के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने जा रही है।