आचार संहिता लगने से पहले वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड में भरे पद, RPSC में 3 सदस्यों की नियुक्ति
राजस्थान में आचार संहिता लगने से पहले सीएम अशोक गहलोत ने ताबड़तोड़ फैसले लिए है। सीएम ने राजनीतिक नियुक्तियों को मंजूरी दी है। जबकि वीर तेजाजी बोर्ड के में अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति भी की है।
राजस्थान में आचार संहिता लगने से पहले सीएम अशोक गहलोत ने ताबड़तोड़ फैसले लिए है। सीएम ने राजनीतिक नियुक्तियों को मंजूरी दी है। जबकि वीर तेजाजी बोर्ड के में अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति भी कर दी है। सरकार ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड और आरपीएसी में सदस्यों की नियुक्ति की है। सज्जन पोसवाल को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया है। इसी प्रकार रिपूंजया सिंह को सदस्य नियुक्त किया है। इसी प्रकार आरपीएससी में भी तीन सदस्यों की नियुक्ति की गई है। कर्नल केसरी सिंह, कैलाश चंद मीना और मोहम्मद अयूब को सदस्य बनाया गया है।
रिक्षपाल मिर्धा को बनाया अध्यक्ष
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार वीर तेजाजी बोर्ड में पूर्व विधायक रिक्षपाल मिर्धा को अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि दिनेश कस्वां को उपाध्यक्ष बनाया गया है। सिद्धकरण लोमलोड और राजूराम चौधरी को सदस्य बनाया गया है। रतनलाल घासल, मोहन गोदारा, विजेंद्र पूनिया, राजकुमार और बालू राम जाट को सदस्य नियुक्त किया है।
किसानों को मदद के लिए 1 हज़ार 125 करोड़ रूपए जारी
सीएम अशोक गहलोत ने प्राकृतिक आपदाओं में होने वाले फसलों के नुकसान के लिए किसानों को एसडीआरएफ नॉर्म्स के तहत तत्काल सहायता उपलब्ध कराने केलिए 1 हजार 125 करोड़ रूपए के वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। अब प्रदेश में बाढ़, शीतलहर और ओलावृष्टि से काश्तकारों की फसलों नुकसान हेतु तत्काल सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। साथ ही, 2,130 संवेदनशील स्थानों पर पोर्टेबल लाइटनिंग डिवाइस/लाइटनिंग एरिस्टर लगाने सहित विभिन्न कार्य कराए जाएंगे।
उपभोक्ता संरक्षण आयोग सदस्यों के मानदेय में बढ़ोत्तरी
सीएम अशोक गहलोत ने राज्य एवं जिला आयोगों, उपभोक्ता संरक्षण के सदस्यों के मानदेय में बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी। इस स्वीकृति से जिला आयोगों के सदस्यों का मानदेय बढ़कर 44 हजार 500 रूपए एवं राज्य आयोग के सदस्यों का वेतनमान बढ़कर 55 हजार 500 रूपए हो जाएगा। जयपुर में सैनिक कल्याण भवन का निर्माण के लिए सीएम गहलोत ने 1 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी है। ये काम राजस्थान राज्य सड़क विकासनिर्माण निगम द्वारा कराया जाएगा। इस भवन के बनने से सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों, शहीद सैनिकों की विधवाओं एवं परिवारों को एक ही स्थान पर राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
अंग्रेजी माध्यम में रूपान्तरित होंगे 510 स्कूल
सीएम गहलोत ने 510 विद्यालयों को राजकीय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में रूपान्तरित करने एवं 47 उच्च प्राथमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक विद्यालयों में क्रमोन्नत करने की स्वीकृति दी है। विद्यालयों को क्रमोन्नत किए जाने से 611 नवीन पदों का सृजन भी किया जाएगा। स्वीकृति से प्राथमिक स्तर के 44, उच्च प्राथमिक स्तर के 294, माध्यमिक स्तर के 13 एवं उच्च माध्यमिक स्तर के 172 विद्यालयों को राजकीय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में रूपान्तरित किया जाएगा। इसी तरह से, मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुरूप 47 उच्च प्राथमिक विद्यालयों को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया जाएगा। इससे 611 नवीन पदों का सृजन होगा। इनमें प्रधानाचार्य के 47, वरिष्ठ अध्यापक के 282, अध्यापक लेवल-2 एवं अध्यापक लेवल-1 के 94-94 तथा कनिष्ठ सहायक एवं सहायक कर्मचारी के 47-47 पद शामिल हैं।
विद्यालयों में खुलेंगे नवीन संकाय/विषय, नवीन पद भी सृजित
सीएम गहलोत ने माध्यमिक विद्यालयों में अतिरिक्त संकाय/विषय खोलने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। प्रस्ताव के अनुसार 41 विद्यालयों में विज्ञान, 8 विद्यालयों में कला, 4 विद्यालयों में वाणिज्य संकाय तथा 19 विद्यालयों में कृषि विषय शुरू किए जाएंगे। साथ ही, नवीन संकायों/विषयों के संचालन हेतु व्याख्याता स्कूल शिक्षा के 41 और प्रयोगशाला सहायक के 11 नवीन पदों के सृजन के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी है।
बेणेश्वर धाम के विकास के लिए 100 करोड़ मंज़ूर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डूंगरपुर स्थित बेणेश्वर धाम के समग्र विकास के लिए 100 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। प्रस्ताव के अनुसार, बेणेश्वर धाम में पर्यटन विकास कोष के माध्यम से 3 चरणोंमें विभिन्न विकास कार्य करवाए जाएंगे। प्रथम चरण में 44.82 करोड़ रुपए की लागत से आबूदर्रा घाट व अस्थि विसर्जन घाट के जीर्णोद्धार सहित धर्मशाला, सत्संग भवन, गौशाला, पार्किंग, शौचालय, पुलिस चौकी व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट आदि नवीन निर्माण कराए जाएंगे। इसके द्वितीय चरण में 54.55 करोड़ रुपए की लागत से ओंकार घाट का विस्तार, विश्राम गृह, प्रशासनिक भवन, धर्मशाला, रसोइयों का निर्माण, नौकायान की सुविधा, ईको पार्क आदि कार्य कराए जाएंगे। तृतीय चरण में टेंट सिटी व अन्य निर्माण कार्य शामिल हैं।