ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News राजस्थानबजट घोषणाओं को धरातल पर उतारना चुनौती, गहलोत ने लाभार्थियोंं से किया संवाद

बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारना चुनौती, गहलोत ने लाभार्थियोंं से किया संवाद

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारना चुनौती है। बजट घोषणा की 400 से ज्यादा घोषणाओं का क्रियान्वयन हो गया है। सरकार की मंशा है कि बजट घोषणाओं का लाभ मिले।

बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारना चुनौती, गहलोत ने लाभार्थियोंं से किया संवाद
Prem Meenaलाइव हिंदुस्तान,जयपुरThu, 30 Mar 2023 06:13 PM
ऐप पर पढ़ें

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारना चुनौती है। बजट घोषणा की 400 से ज्यादा घोषणाओं का क्रियान्वयन हो गया है। सरकार की मंशा है कि बजट घोषणाओं का लाभ आमजन को मिले। सीएम गहलोत ने राजस्थान दिवस पर जयपुर में विभिन्न योजनाओं के लाभर्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम, लाभार्थी उत्सव को संबोधित करने के बाद मीडिया से बात कही। राजस्थान दिवस के उपलक्ष में जयपुर में आयोजित लाभार्थी उत्सव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन्हीं लाभार्थियों से आह्वान किया कि वो सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाए। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार सामाजिक सुरक्षा के प्रति पूरी तरह से संकल्पबद्ध है। प्रदेश के हर नागरिक तक योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है। 

योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। वर्चुअल और नॉन वर्चुअल करीब 2 लाख लाभार्थियों से गहलोत ने संवाद किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवाद के दौरान जोधपुर, कोटा, भीलवाड़ा, हनुमानगढ़, धौलपुर, डूंगरपुर, बाड़मेर के लाभार्थियों से वर्चुअल तो जयपुर के लाभार्थी से नॉन वर्चुअल संवाद कर योजनाओं से मिले लाभ का फीड बैक लिया. लाभार्थियों ने सरकार की योजनाओं से मिले लाभ के बारे में बताया और सरकार धन्यवाद दिया. लाभार्थियों ने चिरंजीवी योजना, अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल, अनुकृति कोचिंग योजना, सेनेटरी पैड योजना, दिव्यांगजन स्कूटी योजना, वृद्धावस्था पेंशन सहित अन्य योजनाओं से मिल रहे लाभ के बारे में अपना अनुभव साझा किया।

अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलने की  बताई वजह 

संवाद के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा ले रही दो स्टूडेंट्स ने धारा प्रवाह अंग्रेजी में बात की तो सीएम गहलोत काफी खुश हुए। उन्होंने कहा कि आप ने जिस तरह से अंग्रेजी में बात में की वो मुझे समझ में नहीं आई गहलोत ने कहा हमारे समय में हम ये मानते थे कि अंग्रेजी किस काम में आने वाली नहीं है। हम अंग्रेजी के खिलाफ थे, लेकिन आज वक्त बदल गया है। आज अंतर्राष्ट्रीय भाषा अंग्रेजी है. गरीब बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई नहीं कर सकते। इसलिए सरकार ने अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले हैं। जिस तरह से आप दोनों बच्चों ने अंग्रेजी में सवाल-जवाब किया है, उससे हमारा उद्देश्य काफी हद तक पूरा होता दिख रहा है।
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें