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AICC का राजस्थान के नेताओं पर बढ़ रहा विश्वास, क्या होने वाला है मंत्रीमंडल ​फेरबदल, जानें पूरा विश्लेषण

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का दिनों-दिन राजस्थान के नेताओं पर विश्वास बढ़ता जा रहा है। कुछ दिन पहले राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब और चंडीगढ़ का चुनाव प्रभारी बनाने के बाद अब राजस्थान के कई...

AICC का राजस्थान के नेताओं पर बढ़ रहा विश्वास, क्या होने वाला है मंत्रीमंडल ​फेरबदल, जानें पूरा विश्लेषण
जयपुर, लाइव हिंदुस्तानMon, 25 Oct 2021 12:29 PM

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अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का दिनों-दिन राजस्थान के नेताओं पर विश्वास बढ़ता जा रहा है। कुछ दिन पहले राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब और चंडीगढ़ का चुनाव प्रभारी बनाने के बाद अब राजस्थान के कई विधायक-नेताओं को उत्तराखंड में पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ऐसे में अब यहां कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही मंत्रीमंडल फेरबदल होगा। 

एआईसीसी की ओर से राजस्थान में विधायक चेतन डूडी, वेदप्रकाश सोलंकी, इंदिरा मीणा, दानिश अबरार, प्रशांत बैरवा, इंद्राज गुर्जर, रफीक खान, कृष्णा पूनिया सहित जयपुर की पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल को उत्तराखंड में जिलेवार पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। उत्तराखंड में दो लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी राज्य मंत्री भजनलाल जाटव और राजेंद्र यादव को दी गई है। ये सभी नेता अब अगले साल उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में चुनावी कमान संभालेंगे। 

मत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देख रहे विश्लेषक

दूसरी ओर, एक के बाद एक राजस्थान के नेताओं पर आलाकमान के बढ़ते विश्वास के बाद राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा होने लगी है कि आलाकमान राजस्थान के नेताओं को इतनी तवज्जों क्यों दे रहा हैं? इसका सही जवाब तो कांग्रेस आलाकमान ही दे सकता है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राजस्थान में चल रही मंत्रिमंडल विस्तार की मांग इसके पीछे का एक कारण हो सकती है। यहां जिन नेताओं के मंत्री पद जाने हैं उन्हें दूसरी जिम्मेदारियां देकर संतुष्ट रखना भी बेहद जरूरी है और जिन्हें जिम्मेदारी मिलनी हैं उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से ये मैसेज देना है कि जल्द ही उनका भी नंबर मंत्री पद के लिए आने वाला है। आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की राज्यपाल कलराज मिश्र से हुई मुलाकात को भी मंत्रीमंडल विस्तार के नजरिये से ही देखा जा रहा है, हालांकि अभी कुछ भी इस संबंध में स्पष्ट नहीं है।

मं​त्री कर चुके हैं पद छोड़ने का इशारा

कांग्रेस आलाकमान की ओर से राजस्थान में नेताओं को नई जिम्मेदारियां मिलने के बाद मंत्री भी पद छोड़ने की ओर पहले ही इशारा कर चुके हैं। गुजरात प्रभारी बनाए जाने के बाद चिक्त्सिा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा था कि मंत्री रहना उनके लिए जरूरी नहीं है, संगठन ही उनकी पहली प्राथमिकता है और वे संगठन के लिए ही काम करेंगे। इसी तरह राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने भी पंजाब का प्रभारी बनने के बाद कहा, कि वे 'एक व्यक्ति एक पद' में विश्वास रखते हैं। ऐसे में उनके इस बयान के साथ ही मंत्री पद छोड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं।


इससे पहले इन नेताओं पर जताया भरोसा

पंजाब कांग्रेस में चल रहे घटनाक्रम को सुलझाने की जिम्मेदारी हरीश चौधरी को मिली और वहां उन्होंने बखूबी इसे निभाया। इसके बाद उन्हें पंजाब का प्रभारी बनाया गया। इससे पहले राजस्थान से डॉ. रघु शर्मा को गुजरात प्रभारी और भंवर जितेंद्र सिंह को असम प्रभारी बनाया गया था। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस से ही रघुवीर मीणा, जितेंद्र सिंह, धीरज गुर्जर, कुलदीप इंदौरा और जुबेर खान को एआईसीसी में जिम्मेदारी मिल चुकी है।

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