नहीं माने पायलट, मांगों से पीछे नहीं हटने का ऐलान; गहलोत संग सुलह के दावों के बाद तोड़ी चुप्पी
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि हम अपनी मांगों पर अडिग है। इस पर कोई समझौता नहीं करेंगे। अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक में मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा- मांगोें पर अडिग है।
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि हम अपनी मांगों पर अडिग है। इस पर कोई समझौता नहीं करेंगे। अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक में मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा- मैरे नौजवान साथियों को जो मैंने पब्लिक डोमेन में आश्वासन दिया है। जो मैंने कमिटमेंट्स किए है। मेरे कमिटमेंट्स हवाई बातें नहीं है। मेरे कमिटमेंट्स कोई बात नहीं है कि कोई कह सके कि ये गलत बात है। कांग्रेस पार्टी हमेशा करप्शन के खिलाफ रही है। नौजवानों के पक्ष में रही है। नौजवानों को न्याय दिलाना और भाजपा सरकार में जो करप्शन हुआ, उस पर जांच बिठाना, मैं समझता हूं। यह अति अनिवार्य है। इस पर कोई समझौता नहीं।
सचिन पायलट बोले- पार्टी के संज्ञान में है मेरी मांगे
सचिन पायलट ने कहा कि किसी भी कीमत पर हम करप्शन को स्वीकार नहीं कर सकते हैं। कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसने हमेशा नौजवानों को प्रोत्साहित किया है। राजनीती में और बाकि क्षेत्रों में नौजवानों को आगे आने का मौका दिया। नौजवानों के साथ कहीं गलत होता है या उनके साथ नाइंसाफी होती है। तो मैं समझता हूं पार्टी हमेशा उसके खिलाफ रही है। करप्शन और नौजवानों के भविष्य। इन दो मुद्दों पर किसी प्रकार कोई समझौत कोई करें या मैं समझौत कंरू यह संभव नहीं है। सचिन पायलट ने कहा कि दो दिन पहले मेरी बात दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से हुई। जो मांगे मैंने रखी थी। उसका पूरा संज्ञान पार्टी को है।
मांगों पर समझौता संभव नहीं
सचिन पायलट ने कहा कि 15 तारीख को जयपुर में मैंने एक सभा को संबोधित किया। मैंने कहा था कि बीजेपी के शासन में जो करप्शन हुआ था। उस पर प्रभावी जांच होनी चाहिए। आरपीएससी की नियुक्तियों में मापदंड तय हो। पद खाली पड़े है। उन्हें भरा जाना चाहिए। पेपर लीक से पीड़ितों को आर्थिक मदद का मैंने मुद्दा उठाया था। मैं समझता हूं इस मुद्दे पर कार्रवाई सरकार करेगी। दिल्ली में सब इन बातों को जानते हैं। सचिन पायलट ने कहा कि मैं दोबारा कहना चाहता हूं कि खास तौर से करप्शन के मुद्दे, बीजेपी के शासन में लूट मची थी। उसके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी। सचिन पायलट ने कहा कि नौजवानों को इंसाफ दिलाने की बात कही थी, उस पर किसी तरह का समझौता संभव ही नहीं है। कार्रवाई करने का दायित्व राज्य सरकरा का है। देखिए कल क्या होता है।दिल्ली से लौटने के बाद पहली बार अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक के विभिन गांवों में जनसंपर्क किया। इस दौरान सचिन पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नौजवानों के लिए मैंने हमेशा संघर्ष किया है।
राहुल गांधी की मौजूदगी में हुई थी सुलह
उल्लेखनीय है कि सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दिल्ली स्थित बंगले पर राहुल गांधी के साथ अशोक गहलोत और सचिन पायलट की 4 घंटे बैठक चली थी। इसमें तय किया गया कि अगला विधानसभा चुनाव दोनों नेता मिलकर लड़ेंगे। मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा- दोनों नेताओं के नेतृत्व में ही इस साल होने वाला राजस्थान विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा। अभी दोनों के बीच एक फेज की बातचीत होनी बाकी है।