ACB Action: ACB ने ने रिश्वत लेते 2 अधिकारियों को पक़ड़ा, पकड़ में ऐसे आए
राजस्थान एसीबी ने टोंक में बड़ी कार्रवाई की है। टोंक जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सुल्तान सिंह मीणा को रंगे हाथ पकड़ा है। बूंदी जिला उद्योग केंद्र के अजय खंडेलवाल को भी पकड़ा है।
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी एसीबी ने टोंक में बड़ी कार्रवाई की है। टोंक जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सुल्तान सिंह मीणा और बूंदी जिला उद्योग केंद्र के वरिष्ठ सहायक अजय खंडेलवाल को 1 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में संलिप्त आरोपी जयंत जैन को भी पकड़ा गया है जो पेशे से चार्टेड अकाउंटेंट है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि, 'हम गोपनीय सूत्रों से जानकारी मिली थी कि सुल्तान सिंह मीणा द्वारा अजय खण्डेलवाल के माध्यम से विभिन्न औद्योगिक विकास योजनाओं में गलत रिपोर्ट बनाने, गलत लोन पास करने, फर्जी बिलों के आधार पर अयोग्य व्यक्तियों को अनुचित लाभ पहुंचाने की एवज में रिश्वत का लेन-देन होने वाला है। इसके बाद तकनीकी माध्यम से DSP राजेश दुरेजा की टीम ने शिकायत का सत्यापन किया।
अजय के घर से मिले 6 लाख
जानकारी सही मिलने के बाद जयपुर IG रणधीर सिंह के सुपरवीजन में एसीबी टोंक इकाई के ASP झाबरमल, मीलवाड़ा के DSP पारसमल के साथ जयपुर के इंस्पेकटर सज्जन कुमार की टीम सुल्तान सिंह मीणा के घर पहुंच गई और उन्हें 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद आरोपी अजय खण्डेलवाल के टॉक स्थित घर की तलाशी भी ली गई, जिसमें 6 लाख रुपये से अधिक की संदिग्ध राशि भी बरामद की गई। एसीबी जयपुर की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्रीवास्तव के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ तथा कार्यवाही जारी है।