Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Rajasthan chemists threaten strike over pending dues of Rs 880 crore
राजस्थान में दवाइयों की हो सकती है किल्लत, केमिस्टों की हड़ताल पर जाने की चेतावनी; क्या मांग

राजस्थान में दवाइयों की हो सकती है किल्लत, केमिस्टों की हड़ताल पर जाने की चेतावनी; क्या मांग

संक्षेप: राजस्थान में आने वाले दिनों में दवाइयों की किल्लत हो सकती है। केमिस्टों ने राजस्थान सरकारी स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) में कथित बड़े पैमाने पर अनियमितताओं और लंबित बकाये के खिलाफ हड़ताल पर जाने की धमकी दी है।

Thu, 18 Sep 2025 03:40 PMSubodh Kumar Mishra पीटीआई, जयपुर
share Share
Follow Us on

राजस्थान में आने वाले दिनों में दवाइयों की किल्लत हो सकती है। केमिस्टों ने राजस्थान सरकारी स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) में कथित बड़े पैमाने पर अनियमितताओं और लंबित बकाये के खिलाफ हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। केमिस्ट एसोसिएशन ने दावा किया है कि लगभग 880 करोड़ रुपए का भुगतान लंबित है और योजना के पोर्टल से 3 लाख से ज्यादा बिल गायब हो गए हैं।

LiveHindustan को अपना पसंदीदा Google न्यूज़ सोर्स बनाएं – यहां क्लिक करें।

राजस्थान केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेक विजयवर्गीय ने कहा कि बार-बार अनुरोध के बावजूद राज्य सरकार ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है। स्थिति को देखते हुए केमिस्टों ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। उन्होंने आगे कहा कि केमिस्टों को आर्थिक नुकसान हो रहा है।

एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सचिन गोयल और सचिव रवि गुप्ता ने घोषणा की कि इसके खिलाफ जल्द ही राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकारी अधिकारियों द्वारा 21 दिनों के भीतर बकाया राशि का भुगतान करने का आश्वासन दिए जाने के बावजूद भुगतान में कथित तौर पर छह से सात महीने की देरी हो रही है।

उन्होंने आगे कहा कि विभागीय अधिकारियों और तीसरा पक्ष प्रशासक (टीपीए) की मनमानी के कारण 880 करोड़ रुपए का बकाया अटका हुआ है। आरजीएचएस पोर्टल से तीन लाख से ज्यादा बिल गायब हो गए हैं और अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

विजयवर्गीय ने दावा किया कि कई केमिस्ट अपने बच्चों की स्कूल फीस नहीं भर पा रहे हैं। बढ़ते कर्ज और वित्तीय दबाव के कारण कई दुकानें बंद होने के कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान भर में 5000 से ज्यादा केमिस्ट परिवार न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

Subodh Kumar Mishra

लेखक के बारे में

Subodh Kumar Mishra
सुबोध कुमार मिश्रा लाइव हिन्दुस्तान में दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों की गतिविधियों पर लिखते हैं। 17 साल से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सेवाएं दे रहे सुबोध ने यूं तो डीडी न्यूज से इंटर्नशिप कर मीडिया में प्रवेश किया था, लेकिन पत्रकारिता की विधिवत शुरुआत दैनिक जागरण, जम्मू से बतौर ट्रेनी 2007 में की। वह कई मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। वह दैनिक जागरण, नेशनल दुनिया, नवोदय टाइम्स, अमर उजाला और हिन्दुस्तान अखबार में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल का अनुभव रखने वाले सुबोध मूलरूप से बिहार के छपरा जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने स्कूली शिक्षा से लेकर विज्ञान में स्नातक तक की पढ़ाई बिहार से की है। उसके बाद दिल्ली में इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय से पत्रकारिता व मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया है। सुबोध वर्तमान में लाइव हिन्दुस्तान के स्टेट डेस्क पर काम कर रहे हैं। वह राजनीति और अपराध से जुड़ी खबरों में विशेष रूचि रखते हैं। और पढ़ें
इलेक्शन रिजल्ट 2024 , झारखंड इलेक्शन रिजल्ट और राजस्थान उपचुनाव रिजल्ट से जुड़ी ताजा खबरें हिंदी में | लेटेस्ट Hindi News, बॉलीवुड न्यूज , बिजनेस न्यूज , क्रिकेट न्यूज , धर्म ज्योतिष , एजुकेशन न्यूज़ , राशिफल और पंचांग पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।