
राजस्थान: जैसलमेर हत्याकांड के आरोपियों की अवैध संपत्ति जमींदोज,150 बीघा जमीन से हटाया कब्जा
संक्षेप: जैसलमेर जिले के डांगरी गांव में हुए खेत सिंह हत्याकांड के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। तीन आरोपियों लाडू खान, जमाल खान और खेते खान की अवैध संपत्तियों को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया।
जैसलमेर जिले के डांगरी गांव में हुए खेत सिंह हत्याकांड के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। तीन आरोपियों लाडू खान, जमाल खान और खेते खान की अवैध संपत्तियों को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। देर रात बुलडोजर चलाकर आरोपियों की 5 अवैध दुकानों को तोड़ा गया। इसके साथ ही 150 बीघा सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाकर तारबंदी भी तोड़ी गई। प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान पुलिस बल की भारी तैनाती की गई।

शुक्रवार सुबह खेत सिंह का शव डांगरी गांव लाया गया। पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले गुरुवार को ग्रामीणों और प्रशासन के बीच देर रात 10 बजे वार्ता हुई थी। वार्ता में सहमति बनने के बाद ग्रामीणों ने धरना खत्म किया। प्रशासन ने मृतक परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी और आर्थिक सहायता देने पर सहमति जताई। साथ ही पकड़े गए 26 प्रदर्शनकारियों को भी छोड़ने का आश्वासन दिया गया।
गुरुवार को डांगरी गांव में खेत सिंह हत्या प्रकरण को लेकर सुबह 11 बजे से धरना शुरू हुआ। ग्रामीणों ने शाम 4 बजे तक कार्रवाई की समयसीमा दी। जब समयसीमा पूरी हुई तो प्रदर्शनकारी बेकाबू हो गए और गांव में घुसकर गाड़ियों को आग लगा दी। पथराव शुरू हो गया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इस घटना में 2 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें एक महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थी। पुलिस ने 26 उपद्रवियों को पकड़ लिया।
वार्ता में पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, स्वरूपसिंह खारा, पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी, भाजपा नेत्री सुनीता भाटी, जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी, पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी, आईजी राजेश मीना, कलेक्टर प्रतापसिंह और एसपी अभिषेक शिवहरे शामिल रहे। वहीं शुक्रवार सुबह शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी गांव पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि लाठियों से आवाज दबाई नहीं जा सकती और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
रविंद्र सिंह भाटी ने बिना नाम लिए कांग्रेस नेता हरीश चौधरी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संवेदनाओं पर राजनीति करने वाले लोग अपणायत का चोला पहनकर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री व मुस्लिम धर्मगुरु सालेह मोहम्मद ने कहा कि दोषियों को कठोर सजा मिलनी चाहिए, लेकिन निर्दोषों पर कार्रवाई ठीक नहीं है। उन्होंने दुकानों को तोड़ने और परिवारों को परेशान करने पर नाराजगी जताई। सालेह मोहम्मद ने कहा कि डांगरी गांव में धार्मिक स्थल को भी टारगेट किया गया, जो सही नहीं है। उन्होंने बाड़मेर से आए नेताओं पर युवाओं को भड़काने का आरोप लगाया।
गुरुवार को करीब 3 घंटे तक गांव में तनाव की स्थिति रही। आगजनी और पथराव की घटनाओं के बाद पुलिस बल ने हालात संभाले। प्रशासनिक कार्रवाई और नेताओं के हस्तक्षेप के बाद शुक्रवार सुबह तक स्थिति नियंत्रण में आ गई। खेत सिंह का अंतिम संस्कार पुलिस सुरक्षा में शांतिपूर्ण तरीके से किया गया।
जैसलमेर में हुई इस पूरी कार्रवाई के बाद ग्रामीणों ने साफ कहा कि गांव में किसी भी तरह का अवैध अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं होगा। प्रशासन ने भी भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और निर्दोषों को परेशान नहीं किया जाएगा।

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