
जयपुर में फुटपाथ से डेढ़ साल का मासूम किडनैप, CCTV में कैद हुई पूरी वारदात
संक्षेप: जयपुर की एक फुटपाथ पर सो रही मां की नींद खुली, तो उसकी गोद खाली थी। चीख निकली, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी डेढ़ साल का मासूम बच्चा कहीं गायब था। आंखों के सामने अंधेरा छा गया। ये कहानी किसी फिल्म की स्क्रिप्ट जैसी लगती है, लेकिन हकीकत है
जयपुर की एक फुटपाथ पर सो रही मां की नींद खुली, तो उसकी गोद खाली थी। चीख निकली, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। डेढ़ साल का मासूम बच्चा कहीं गायब था। आंखों के सामने अंधेरा छा गया। ये कहानी किसी फिल्म की स्क्रिप्ट जैसी लगती है, लेकिन हकीकत है, और वो भी राजधानी जयपुर की — जहां एक महिला ने अपने निसंतान दामाद के लिए बच्चे को चुरा लिया और पुलिस को चकमा देने के लिए शहर दर शहर, स्टेशन दर स्टेशन ट्रेनों में भागती रही। मगर पुलिस की पकड़ से कब तक बच पाती?

घटना मंगलवार सुबह करीब 5:30 बजे की है। मध्यप्रदेश के गुना की रहने वाली एक महिला जयपुर रेलवे स्टेशन के पास फुटपाथ पर अपने बेटे के साथ रह रही थी। पति से तंग आकर वो जयपुर आई थी और जीआरपी थाने के पास हसनपुरा पुलिया के नीचे रहकर काम तलाश रही थी। रात के समय वहीं फुटपाथ पर सो रही थी। पास ही एक और महिला—46 वर्षीय रेखा देवी गुजराती भी सो रही थी, जो दिखने में बिल्कुल आम महिला जैसी लग रही थी। लेकिन उसी के मन में एक खतरनाक प्लान चल रहा था। मौका मिलते ही उसने मां के पास सो रहे मासूम को चुपचाप उठाया और वहां से फरार हो गई।
जैसे ही मां की आंख खुली और बच्चा गायब मिला, वह बदहवास हो गई। चीख-पुकार मची लेकिन तब तक किडनैपर महिला वहां से बहुत दूर निकल चुकी थी। सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई और इसके बाद जो पुलिस ऑपरेशन शुरू हुआ, वो किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं था। SHO लक्ष्मीनारायण और एसीपी धर्मवीर सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। जयपुर रेलवे स्टेशन से लेकर आसपास के सभी CCTV फुटेज खंगाले गए। एक फुटेज में महिला बच्चे को लेकर स्टेशन की ओर जाती दिखी। उसके बाद एक के बाद एक ट्रेनों की लोकेशन मिली—पहले अजमेर, फिर कासगंज की ट्रेन से वापस जयपुर की ओर, लेकिन वो जयपुर न जाकर फुलेरा जंक्शन पर उतर गई। यहां से उसने जोधपुर जाने वाली ट्रेन पकड़ी और नागौर के नावां रेलवे स्टेशन पर उतर गई।
अब तक पुलिस उसकी हर हरकत पर नजर रखे थी, लेकिन उसे पकड़ना आसान नहीं था। नावां पहुंचने के बाद पुलिस ने पूरे स्टेशन और आसपास की कच्ची बस्ती में सर्च ऑपरेशन चलाया। कुछ ही घंटों की मशक्कत के बाद रेखा देवी को उसी बस्ती से पकड़ लिया गया, जहां वो मासूम को लेकर छिपी बैठी थी। बच्चा सुरक्षित था और पुलिस ने उसे तुरंत मां के सुपुर्द कर दिया। मां ने अपने बच्चे को सीने से लगाया तो उसकी रुलाई फूट पड़ी—वो रुलाई जिसमें डर, दर्द और राहत—तीनों एक साथ थे।
पुलिस की पूछताछ में जो सामने आया, वो और भी हैरान करने वाला था। रेखा देवी ने कबूल किया कि उसकी बेटी की शादी हो चुकी है लेकिन संतान नहीं हो रही। बेटी को बच्चा देने की नीयत से उसने ये घिनौनी वारदात की। इस मकसद से उसने एक असहाय महिला और उसके बच्चे को निशाना बनाया। लेकिन उसे अंदाज़ा नहीं था कि जयपुर पुलिस इतनी तेजी से उसके पीछे हर स्टेशन तक पहुंच जाएगी।
DCP वेस्ट हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि आरोपी महिला को कठपुतली नगर की कच्ची बस्ती से अरेस्ट किया गया है। महिला ने ट्रेनों के ज़रिए पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन CCTV फुटेज और लगातार ट्रैकिंग ने उसका पूरा प्लान बेनकाब कर दिया।

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Sachin Sharmaलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




