
अगर वह पहले गए होते तो...; PM मोदी की प्रस्तावित मणिपुर यात्रा को लेकर अशोक गहलोत
संक्षेप: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को प्रस्तावित मणिपुर यात्रा को महज औपचारिकता करार दिया। गहलोत ने कहा कि उन्हें वहां बहुत पहले जाना चाहिए था। उन्होंने दो महीने पहले अमित शाह से पूछा था कि वह प्रधानमंत्री को मणिपुर दौरे का महत्व क्यों नहीं समझा पाए।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को प्रस्तावित मणिपुर यात्रा को महज औपचारिकता करार दिया। गहलोत ने कहा कि उन्हें वहां बहुत पहले जाना चाहिए था। कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने दो महीने पहले गृह मंत्री अमित शाह से पूछा था कि वह प्रधानमंत्री को मणिपुर दौरे का महत्व क्यों नहीं समझा पाए।

गहलोत ने जयपुर में पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री औपचारिकता के लिए मणिपुर जा रहे हैं। वह वहां सिर्फ चार घंटे के लिए जा रहे हैं। उन्हें वहां बहुत पहले जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि मोदी अगर पहले दौरा करते तो मणिपुर के लोगों को यह विश्वास होता कि उनकी चिंताओं का समाधान किया जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि जब प्रधानमंत्री किसी जगह का दौरा करते हैं तो इससे लोगों में संदेश जाता है कि उनकी समस्याओं को सुना जा रहा है। अगर वह पहले मणिपुर गए होते तो आज स्थिति अलग होती।
बिहार में प्रधानमंत्री की दिवंगत मां को निशाना बनाकर कथित तौर पर इस्तेमाल की गई अभद्र भाषा पर गहलोत ने कहा कि माताओं के सम्मान पर कोई सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए। हर व्यक्ति अपनी मां और पिता का सम्मान करता है। इस देश में हर मां सम्मान की हकदार है, चाहे वह सत्ता पक्ष की हो या विपक्ष की। आखिरकार, मां तो मां होती है। उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि इस तरह की किसी भी बात पर बहस करना अनुचित है। माताओं के सम्मान पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए और इस पर इस तरह से चर्चा करना ठीक नहीं है। एक मां सबकी मां होती है।
कांग्रेस नेता शुक्रवार को जवाहर बाल मंच द्वारा छात्रों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि बच्चों में दृढ़ मूल्यों के साथ नेतृत्व की भावना विकसित करना जरूरी है। इससे वे न केवल देश के इतिहास को समझेंगे बल्कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान दिए गए बलिदानों से भी अवगत होंगे। स्वतंत्रता आंदोलन में क्रांतिकारियों द्वारा दिए गए बलिदान और महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू जैसे नेताओं के संघर्षों के बारे में जानने से उन्हें कर्तव्य और त्याग की भावना के साथ देश की सेवा करने की प्रेरणा मिलेगी।
मणिपुर के मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल ने शुक्रवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 13 सितंबर को मणिपुर का दौरा करेंगे। वह चूड़ाचांदपुर तथा इंफाल में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से बातचीत करेंगे। दो साल पहले मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद पीएम मोदी की यह पहली यात्रा है। गोयल ने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री 8500 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का भी अनावरण करेंगे।





