खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर ऑपरेशन, 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े कई अरेस्ट
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसानर, सामने आए एक वीडियो में अमृतपाल को गाड़ी में बैठे हुए और उसके सहयोगी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पुलिसकर्मी 'भाई साब' (अमृतपाल) के पीछे पड़े हैं।
पंजाब पुलिस ने 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह और इससे जुड़े लोगों की गिरफ्तारी को लेकर ऑपरेशन लॉन्च किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऑपरेशन के तहत अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, अमृतपाल अभी भी फरार है। रिपोर्ट के अनुसार, अमृतपाल का काफिला जब शाहकोट के पास पहुंचा, तभी पुलिस फोर्स ने उसे घेर लिया। पुलिस ने 2 गाड़ियों में सवार अमृतपाल के 6 साथियों को पकड़ लिया, जबकि वह खुद अपनी मर्सिडीज कार में भाग निकलने में कामयाब रहा।
पंजाब में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। अमृतपाल पर ऐक्शन से माहौल न बिगड़े, इसलिए नेट सेवाएं बंद की गई हैं। पंजाब भर में मोबाइल इंटरनेट के बाद एस.एम.एस. सर्विस और डोंगल सर्विस भी बंद कर दी गई है। रविवार दोपहर 12 बजे तक इंटरनेट बंद करने के आदेश जारी हैं। राज्य के हालात खराब ना हों, इसे देखते हुए यह फैसला लिया गया। वहीं पंजाब पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
पैरामिलिट्री फोर्स ने घेरा अमृतपाल का गांव
अमृतपाल का गांव पूरी तरह सील कर दिया है। अमृतसर स्थित अमृतपाल का गांव जल्लुपुर खेड़ा पैरामिलिट्री ने सील कर दिया है। पुलिस फोर्स ने गांव को घेरा डला लिया है। वहीं, इंटरनेट सर्विस सस्पेंड होने के बाद पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पंजाब पुलिस की ओर से ट्वीट करके कहा गया, 'शांति और भाईचारा बनाए रखिए। घबराने की जरूरत नहीं है। फेक न्यूज और हेट स्पीच मत फैलाइए। लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए पुलिस काम कर रही है।'
अमृतपाल की पीछा करते दिखी पुलिस
'वारिस पंजाब दे' प्रमुख के कुछ समर्थकों ने सोशल मीडिया पर आज कुछ वीडियो शेयर किए। इनमें दावा किया गया कि पुलिसकर्मी उनका पीछा कर रहे हैं। पीटीआई ने बताया कि एक वीडियो में अमृतपाल को गाड़ी में बैठे हुए और उसके सहयोगी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पुलिसकर्मी 'भाई साब' (अमृतपाल) के पीछे पड़े हैं। मालूम हो कि कट्टरपंथी सिख नेता अमृतपाल सिंह पिछले कुछ हफ्तों से पंजाब में काफी सक्रिय है। पिछले महीने उसके समर्थक तलवारें और पिस्तौल लहराते हुए अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाने में घुस गए थे। इस दौरान अमृतपाल के एक करीबी को छुड़ाने के लिए उनकी पुलिस के साथ झड़प हुई थी।
अमृतपाल सिंह ने अमित शाह को दी थी धमकी
अजनाला हिंसा के बाद अमृतपाल सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धमकी भी दी थी। उसने कहा था कि अगर खालिस्तान आंदोलन को रोकने की कोशिश की गई, तो शाह को भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा खामियाजा भुगतना होगा। खालिस्तान समर्थक ने कहा, 'अमित शाह ने कहा था कि खालिस्तान आंदोलन को नहीं बढ़ने देंगे। मैंने कहा था कि इंदिरा गांधी ने भी ऐसा ही किया था और अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको खामियाजा भुगतना होगा। अगर गृह मंत्री 'हिंदू राष्ट्र' की मांग करने वालों से यही कहते हैं, तो मैं देखूंगा कि क्या वह गृह मंत्री बने रहते हैं?'