Hindi Newsपंजाब न्यूज़policemen themselves hid the drugs then registered a case arrested after High Court order

पुलिसवालों ने ही छिपाई ड्रग्स, फिर दर्ज कर लिया केस; हाई कोर्ट के आदेश के बाद गिरी गाज

कपूरथला के रहने वाले एक शख्स के खिलाफ पांच साल पहले पुलिसकर्मियों ने ड्रग्स तस्करी का मामला दर्ज किया था। यह मामला झूठा निकला और अब पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करलिया गया है।

पुलिसवालों ने ही छिपाई ड्रग्स, फिर दर्ज कर लिया केस; हाई कोर्ट के आदेश के बाद गिरी गाज
Ankit Ojha लाइव हिन्दुस्तान, चंडीगढ़Mon, 5 Aug 2024 07:25 AM
हमें फॉलो करें

कपूरथला में चार पुलिसकर्मियों को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। पंजाब पुलिस स्पेशल टार्सक फोर्स के चार पुलिसकर्मियों पर एक स्थानीय निवासी के खिलाफ ड्रग्स को लेकर जूठा केस दर्ज करने का आरोप था। आरोप है कि पांच साल पहले कुलदीप सिंह उर्फ सोनू के खिलाफ कपूरथला सिटी थाने में एनडीपीएस ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। इसके बाद सोनू ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में रिट पिटिशन फाइल की। हाई कोर्ट के आदेश के बाद 2023 में पुलिसवालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। 

गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों में एएसआई सिलवास्तर मसीह, कॉन्स्टेबल मेजर सिंह, गुरविंदर सिंह और शाम मसीह शामिल हैं। शनिवार को चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस को इन चारों की तीन दिन की हिरासत मिली है। वहीं एएसआई कुलदीप सिंह की तलाश की जा रही है। आरोप है कि 2 सितंबर 2019 को सिलवास्तर ने सोनू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। सोनू मोहल्ला मुल्काना कपूरथला के रहने वाले हैं। उन्हें 20 ग्राम हेरोइन और 250 ग्राम अफीम का भूसा रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गाय था। 

सोनू पर आरोप लगाया गया कि सोनू की जेब में ड्रग्स की पैकेट पाई गई थीं। 16 अप्रैल 2020 को पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश किया। इसके बाद सोनून ने हाई कोर्ट में सीसीटीवी फुटेज पेश करते हुए रिट पिटिशन फाईल की और कहा कि  सारे आरोप जूठे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मी पहले भी उनके सर्विस सेंटर पर पहुंचे थे। 

सोनू ने याचिका में कहा कि पुलिसकर्मियों ने अपनी पावर का गल्त इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि वसूली की रकम ना देने पर पुलिसवालों ने उन्हें धमकी दी थी और फिर खुद ही ड्रग्स रखकर उन्हें फंसा दिया गया। उन्होने कहा कि 23 सितंबर को सात-आठ पुलिसकर्मी उनके सर्विस सेंटर पर पहुंचे थे। इसके बाद उनसे जबरन एक सादे कागज पर साइन करा लिए गए। 6 अक्टूबर को हाई कोर्ट ने सोनू के पक्ष में फैसला सुनाते हुए एक एसआईटी बनाने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ अलग से एफआईआर दर्ज की जाए। 

लेटेस्ट   Hindi News,   बॉलीवुड न्यूज,  बिजनेस न्यूज,  टेक ,  ऑटो,  करियर ,और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें