Hindi Newsपंजाब न्यूज़Captain Amarinder Singh shows off strength as Navjot singh Sidhu is asked to sack aides

पंजाब में फिर मजबूत हुए कैप्टन, सिद्धू को अल्टीमेटम मिलते ही 55 विधायकों को डिनर पर बुलाया; आलाकमान को दिखाई ताकत

पंजाब में कांग्रेस की कप्तानी नवजोत सिंह सिद्धू को मिलने के बाद भी पार्टी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पंजाब कांग्रेस के भीतर नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच अब भी सियासी...

Shankar Pandit हिन्दुस्तान टीम, चंडीगढ़Fri, 27 Aug 2021 10:23 AM
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पंजाब में कांग्रेस की कप्तानी नवजोत सिंह सिद्धू को मिलने के बाद भी पार्टी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पंजाब कांग्रेस के भीतर नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच अब भी सियासी खींचतान देखने को मिल रही है। नौबत ये आ गई है कि सिद्धू से सलाहकार खुलकर कैप्टन पर हमला बोल रहे हैं। सिद्धू गुट की बढ़ती सक्रियता और नवजोत को कांग्रेस से मिली नसीहत के मद्देनजर मुख्यमंत्र अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को शक्ति प्रदर्शन किया। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को जाहिर तौर पर शक्ति प्रदर्शन करते हुए चंडीगढ़ में एक कैबिनेट सहयोगी के घर रात के भोजन (डिनर) पर अपनी पार्टी कांग्रेस के करीब 55 विधायकों और आठ सांसदों से मुलाकात की।

दरअसल, राज्य में सिद्धु गुट के चार मंत्री मुख्यमंत्री को बदले जाने की मांग कर रहे हैं। उनमें से तीन मंत्री दिन में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में शामिल नहीं हुए। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के धड़ों के बीच टकराव की पृष्ठभूमि में कैप्टन ने पार्टी विधायकों के साथ बैठक की। बता दें कि अमरिंदर सिंह की यह बैठक इसलिए भी अहम है, क्योंकि दिन में ही कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने सिद्धू को सलाहकारों को हटाने की नसीहत दी थी। 

सूत्रों के अनुसार अमरिंदर सिंह ने खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के सरकारी आवास पर पार्टी के करीब 55 विधायकों और आठ सांसदों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इससे पहले दिन में, कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया और सुखजिंदर सिंह रंधावा राज्य मंत्रिपरिषद की डिजिटल बैठक में शामिल नहीं हुए। बैठक की अध्यक्षता अमरिंदर सिंह ने की। हालांकि, मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी बैठक में शामिल हुए। 

यहां ध्यान देने वाली बात है कि राज्य में कांग्रेस के 80 विधायक और आठ सांसद हैं। मगर 25 विधायक टिकट के डर से बागी हो चुके हैं। ये विधायक नवजोत सिंह सिद्धू गुट के माने जाते हैं और इन्हें डर है कि अगर कैप्टन के चेहरे के ऊपर ही कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ती है तो फिर उनका पत्ता कट सकता है। हालांकि, हरीश रावत ने इनसे मुलाकात की है और माना जा रहा है कि रावत आज सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर हालात की जानकारी देंगे।

इधर, नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर अमरिंदर सिंह को बिजली दरों में कमी किए जाने के वादे की याद दिलाई। सिद्धू ने अमरिंदर सिंह का एक वीडियो टैग करते हुए एक ट्वीट में कहा, 'कांग्रेस पार्टी घरेलू बिजली तीन रुपये प्रति यूनिट और औद्योगिक बिजली पांच रुपये प्रति यूनिट देने के अपने संकल्प के साथ-साथ... सब्सिडी देने के संकल्प पर कायम है। इस वादे को पूरा किया जाना चाहिए।'

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