दिल्ली में चरम पर तकरार, पंजाब में AAP को मिला BJP का 'प्यार'; कांग्रेस और अकाली का प्रहार
अमृतपाल सिंह के खिलाफ ऐक्शन को लेकर पंजाब विधानसभा में बुधवार को हंगामा हुआ। इस दौरान अकाली दल और कांग्रेस ने सरकार के ऐक्शन का विरोध किया तो वहीं भाजपा ने सख्त कार्रवाई का समर्थन किया है।
भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच दिल्ली विधाानसभा में अकसर टकराव ही रहता है, लेकिन पंजाब में बुधवार को उलट नजारा दिखा। अमृतपाल सिंह के मुद्दे पर सदन में जमकर हंगामा हुआ तो कांग्रेस और अकाली दल ने वॉकआउट कर दिया। वहीं भाजपा ने अमृतपाल के खिलाफ आम आदमी पार्टी सरकार की ओर से की गई कार्रवाई का समर्थन किया। इस दौरान शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनप्रीत अयाली ने अमृतपाल सिंह और उसके साथियों पर लगाए गए एनएसए एक्ट का विरोध किया और एनएसए हटाने की मांग की।
कांग्रेस के विधायक और नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि अमृतपाल सिंह को अमृतसर में उनके गांव से गिरफ्तार किया जा सकता था लेकिन ये ऑपरेशन चलाया गया। उन्होंने कहा कि ये ऑपरेशन जालंधर इलाके में होने वाले उपचुनाव को देखते हुए किया गया था। यह एक रणनीति के तहत हुआ। हम यहां मुख्यमंत्री भगवंत मान का इस्तीफा मांगने आए हैं। वहीं भाजपा के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अश्वनी शर्मा ने सरकार से अमृतपाल के मामले में अब तक की गई कार्रवाई के बारे में सदन को जानकारी देने को कहा।
उन्होंने कहा जो व्यक्ति देश को तोड़ने की बात करता है, उसका विरोध करना चाहिए लेकिन किसी निर्दोष को तंग नहीं करना चाहिए। सरकार से सवाल किया जाएगा लेकिन यह मौका नहीं है। कांग्रेस कभी भी यह तय नहीं कर पाती कि किस मुद्दे पर राजनीति करनी है। इस समय एकजुट हो कर देश और पंजाब की शांति भंग करने वालों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।
बेकसूर नौजवानों को तुरंत रिहा किया जाए
अकाली दल ने सदन में अमृतपाल का मुद्दा उठाया। अकाली दल ने अमृतपाल मामले में युवकों की गई गिरफ्तारियों का विरोध किया। उनका कहना है कि युवकों पर एनएसए लगाना गलत है। सरकार कानून के दायरे में काम करे। बेकसूर नौजवानों को तुरंत रिहा किया जाए।
AAP बोली- पहले तो बता रहे थे निकम्मा, अब हंगामा क्यों
अकाली दल और कांग्रेस के विरोध पर आम आदमी पार्टी सरकार ने कहा कि आप लोग तो पहले हमें निकम्मा बता रहे थे। अब ऐक्शन लिया गया है तो हंगामा कर रहे हैं। मंत्री इंदरबीर सिंह निज्जर ने सत्र में हुए हंगामे पर कांग्रेस को घेरा। उन्होने कहा कि पहले कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने की बात कह रहे थे और हमें निकम्मा बता रहे थे। लेकिन अब जब हम कार्रवाई कर रहे हैं तो वो इसका विरोध कर रहे हैं। पंजाब के लोग देख रहे हैं कि सच्चाई क्या है।