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पंजाब में अटल बिहारी वाजपेयी की जगह साहिर लुधियानवी पर रखा अपार्टमेंट का नाम, समझें क्या विवाद

चुनावी राज्य पंजाब में एक अपार्टमेंट का नाम बदले जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस शासित राज्य में यह विवाद लुधियाना में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर शुरू हुए प्रॉजेक्ट...

पंजाब में अटल बिहारी वाजपेयी की जगह साहिर लुधियानवी पर रखा अपार्टमेंट का नाम, समझें क्या विवाद
लाइव हिन्दुस्तान,चंडीगढ़Wed, 20 Oct 2021 02:52 PM

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चुनावी राज्य पंजाब में एक अपार्टमेंट का नाम बदले जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस शासित राज्य में यह विवाद लुधियाना में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर शुरू हुए प्रॉजेक्ट का नाम अब मशहूर शायर साहिर लुधियानवी के नाम किए जाने को लेकर पैदा हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ ही शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने भी इस कदम की निंदा की है और इसे वाजपेयी जैसे महान नेता का अपमान बताया है। आइए आपको बताते हैं कि य पूरा विवाद है क्या।

2010-11 में पंजाब में अकाली दल और बीजेपी गठबंधन की सरकार थी। राज्य सरकार ने लुधियाना में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर 'अटल अपार्टमेंट्स' नाम की हाउजिंग स्कीम की घोषणा की। इसके तहत लुधियाना में बहुमंजिला अपार्टमेंट का निर्माण होना था। शहर के शहीद करनैल सिंह नगर में 8.80 एकड़ में इसके निर्माण की योजना तैयार हुई। 

लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (LIT) को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई, जोकि राज्य सरकार के तहत काम करती है। दावा किया गया कि शहर में यह पहली 12 मंजिल की सोसायटी होगी। बीजेपी कोटे से लोकल बॉडीज मिनिस्टर मनोरंजन कालिया ने इसकी रूपरेखा तैयार की तो उनके उत्तराधिकारी (बीजेपी से ही) तिकशान सूद ने 21 दिसंबर 2011 को इसकी नींव रख दी। 

अधर में प्रॉजेक्ट
हालांकि, 11 साल बाद भी यह प्रॉजेक्ट अधर में है, और निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। खरीदारों की ओर से कम दिलचस्पी दिखाए जाने की वजह से स्कीम को दो बार रद्द किया गया। 2019 में एलआईटी ने एक बार फिर डिमांड सर्वे किया। इस बार करीब 800 लोगों ने फ्लैट खरीदने की इच्छा जाहिर की और 10-10 हजार रुपए अडवांस के तौर पर भी जमा कराए, लेकिन 2020 में एक बार फिर इसे रद्द कर दिया गया। बताया जाता है कि कुछ लोगों को अपनी रकम वापस मिली तो कुछ अब भी इसे नहीं ले सके हैं। 

प्रॉजेक्ट पुराना, नाम नया
कांग्रेस नेता रमण बालासुब्रमणियम की अध्यक्षता में एलआईटी ने एक बार फिर इस प्रॉजेक्ट को शुरू किया है। हालांकि, इस बार इसका नाम बदलकर 'साहिर लुधियानवी अपार्टमेंट्स' कर दिया गया है। बता दें, मशहूर शायर और गीतकार साहिर लुधियानवी का जन्म इसी शहर में 8 मार्च 1921 को हुआ था। 

बीजेपी और अकाली दल ने उठाए सवाल
बीजेपी नेताओं ने पिछले गुरुवार को प्रॉजेक्ट स्थल पर नींव पत्थर के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन किया और एलआईटी के कदम की निंदा की। बदले की राजनीति करार देते हुए बीजेपी नेता विनीत पाल सिंह मोंगा ने कहा कि उनकी सरकार की ओर से 2011 में शुरू किए गए प्रॉजेक्ट का नाम बदलकर दोबारा लॉन्च किया गया है।  उन्होंने कहा, ''हम शाहिर लुधियानवी का नाम बदलने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन वाजपेयी का नाम नहीं हटाया जाना चाहिए थे। एसबीएस नगर ब्लॉक बी में एलआईटी अपार्टमेंट्स का नाम पूर्व पीएम राजीव गांधी के नाम पर हो सकता है तो करनैल सिंह नगर में अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर क्यों नहीं?'' अकाली दल के नेता महेशिंदर सिंह ग्रेवाल ने भी कांग्रेस सरकार के कदम की निंदा करते हुए कहा कि वाजपेयी का सम्मान सभी करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी नेता उनकी बराबरी नहीं कर सकता है।  

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