Hindi Newsपंजाब न्यूज़Damdama Sahib Jathedar Giani Harpreet Singh dismiss from service SGPC took action

दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह सेवा से बर्खास्त, SGPC ने क्यों लिया ऐक्शन

  • एसजीपीसी की अंतरिम समिति ने तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। जत्थेदार के खिलाफ शिकायतकर्ता गुरप्रीत सिंह ने गंभीर आरोप लगाए थे।

Gaurav Kala लाइव हिन्दुस्तानMon, 10 Feb 2025 06:59 PM
share Share
Follow Us on
दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह सेवा से बर्खास्त, SGPC ने क्यों लिया ऐक्शन

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अंतरिम समिति ने आज तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। उनके संबंध में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद यह फैसला लिया गया। जत्थेदार के खिलाफ उनके रिश्तेदार गुरप्रीत सिंह ने पिछले साल 19 दिसंबर को गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद समिति ने जांच करने का फैसला लिया।

अमृतसर स्थित एसजीपीसी मुख्यालय में हुई बैठक में एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में यह फैसला लिया गया। कर्तव्यों के उल्लंघन और प्रशासनिक अनियमितताओं की जांच के लिए एसजीपीसी ने जांच कमेटी का गठन किया था और ज्ञानी हरप्रीत सिंह को एसजीपीसी ने पहले ही निलंबित कर दिया था।उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही थी। उनकी जगह अब ज्ञानी जगतार सिंह को तख्त श्री दमदमा साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार बनाया गया है।

बहुमत के आधार पर फैसला

बैठक में ज्ञानी हरप्रीत सिंह की जांच कर रही कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दी थी। इसके बाद ज्ञानी हरप्रीत सिंह को हटाने का फैसला लिया गया। हालांकि कुछ एसजीपीसी सदस्यों ने फैसले का विरोध भी किया, लेकिन बहुमत के आधार पर यह फैसला लिया गया।बैठक में 13 सदस्यों ने भाग लिया। जिनमें विरोधी गुट के तीन सदस्यों ने एसजीपीसी के फैसलों का विरोध किया।

ये भी पढ़ें:राहुल का बयान सही पर सिखों ने कांग्रेस के शासन में बहुत भुगता: जत्थेदार सिंह

शिकायत पर ऐक्शन

ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ एक पुराने पारिवारिक मामले में आई शिकायत की जांच चल रही थी। श्री मुक्तसर साहिब निवासी गुरप्रीत सिंह ने दावा किया था कि उसकी शादी जत्थेदार की साली से हुई है। उसने 16 दिसंबर 2024 को एसजीपीसी अध्यक्ष के समक्ष जत्थेदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया था कि जत्थेदार ने उनके विवाहित जीवन में हस्तक्षेप किया और उनकी पत्नी को बहकाया, जिस कारण उनका तलाक हो गया। उन्होंने दावा किया कि जत्थेदार ने उन्हें परेशान करने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया और उन्हें अदालती मामलों में उलझाया। वह एसजीपीसी का कर्मचारी था लेकिन उसकी नौकरी चली गई और वह डिप्रेशन में चले गए।

रिपोर्ट: मोनी देवी

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें