जब बात धरती की सबसे सख्त और बेकाबू गर्मी की होती है, तो लोग अक्सर साहारा रेगिस्तान या अरब के वीरानों की तरफ इशारा करते हैं। मगर असल में दुनिया में कुछ ऐसे भी इलाके हैं जहां सूरज जैसे सिर पर उतर आता है और पारा इतना चढ़ जाता है कि पानी भी उबलने को तैयार हो जाए। आइए जानते हैं दुनिया के 10 सबसे गर्म इलाकों के बारे में...
कैलिफोर्निया की इस वादी को यूं ही डेथ वैली नहीं कहा जाता। यहां 10 जुलाई 1913 को तापमान 56.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ था। यह दुनिया का सबसे गर्म इलाका है।
अफ्रीका के ट्यूनीशिया में स्थित इस इलाके में 7 जुलाई 1931 को तापमान 55 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। साथ ही ये इलाका प्राचीन मानव सभ्यता के अवशेषों के लिए भी मशहूर है।
ईरान का अहवाज शहर 2017 में 54 डिग्री सेल्सियस तापमान झेल चुका है। धूलभरी आंधियों और गर्म हवाओं के लिए बदनाम इस शहर में 13 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं।
यहां 21 जून 1942 को 54 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। ये यूरोप महाद्वीप का सबसे गर्म रिकॉर्ड माना जाता है।
21 जुलाई 2016 को यहां तापमान 53.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा। इसे एशिया का सबसे गर्म इलाका घोषित किया गया।
इराक की ये बंदरगाही नगरी 22 जुलाई 2016 को 53.9 डिग्री सेल्सियस के तापमान से झुलस उठी थी। यहां करीब 15 लाख लोग बसे हुए हैं।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र का तुरबत 28 मई 2017 को 53.7 डिग्री सेल्सियस तापमान झेल चुका है। इसे दुनिया का सातवां सबसे गर्म इलाका माना गया है।
संयुक्त अरब अमीरात के इस इलाके में जुलाई 2002 में तापमान 52.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। 2013 में भी गर्मी लगभग इसी स्तर तक गई थी।
28 जुलाई 1995 को यहां 52 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था। इस शहर को सूरज को कैच करने वाला शहर कहा जाता है।
22 जून 2010 को जेद्दा में 52 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ था। यह मक्का का प्रवेश द्वार भी माना जाता है।