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बिहार में बाढ़: इन नदियों के कारण हर साल बेघर हो जाते हैं लाखों लोग

बिहार में बाढ़: इन नदियों के कारण हर साल बेघर हो जाते हैं लाखों लोग

Vikas
बिहार में बाढ़: इन नदियों के कारण हर साल बेघर हो जाते हैं लाखों लोग1/8

bihar due to these rivers flood occurs every year in bihar millions of people become homeless

नेपाल और उत्तर बिहार में हो रही बारिश के कारण राज्य के 12 जिले में बाढ़ का कहर कम नहीं हो रहा है। शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चम्पारण, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, कटिहार व पूर्णिया की 27 लाख से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में है। (Photo-STR/AFP)

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बागमती, कोसी, खैराई, महानंदा, कमला बलान, कोसी, अधवारा सहित अन्य नदियों में पानी बढ़ने के कारण मंगलवार को सैकड़ों नए गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। बाढ़ का पानी गांवों में आने के कारण लोग सड़कों पर आसरा ले रहे हैं। उत्तर बिहार के नेशनल हाईवे पर लोग अस्थाई आशियाना बनाकर डेरा डाल दिया है। (Photo-AFP)

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कोसी नदी: तिब्बत-नेपाल के हिमालय से निकलती है। यह नेपाल के हनुमान नगर के रास्ते बिहार के पूर्णिया से होते हुए कटिहार के कुरसेला में गंगा से मिल जाती है। इसे बिहार का श्राप कहते हैं, क्योंकि हर साल सबसे ज्यादा तबाही यही लेकर आती है। इसे सप्तकोशी भी कहते हैं, क्योंकि इसकी सात शाखाएं हैं। (Photo-AFP)

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गंडक नदी: यह नदी तिब्बत के धौलागिरी से शुरू होती है। फिर नेपाल के त्रिवेणी कस्बे के जरिए बिहार में प्रवेश करती है। इस नदी में बाढ़ आती है तो पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारन और वैशाली जिलों के कई इलाकों में पानी भर जाता है। (Photo-AFP)

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बूढ़ी गंडक नदी: यह नदी सोमेश्वर पहाड़ी से शुरू होती है और गंडक के समानांतर बहती है। पश्चिमी चंपारण के बिसंभरपुर के पास चौतरवा चौर से बिहार में प्रवेश करती है। इसमें बाढ़ आने पर पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और बेगुसराय प्रभावित होते हैं। यह खगड़िया में गंगा से मिल जाती है। (Photo-AFP)

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बागमती नदी: यह नदी नेपाल के शिवपुरी पहाड़ियों से शुरू होती है। इसके बाद सीतामढ़ी के शोरवतिया गांव के रास्ते बिहार में प्रवेश करती है। यह मुजफ्फरपुर, दरभंगा और समस्तीपुर में बहती है। ललबकिया और लखनदेई इसकी शाखाएं हैं। बदलाघाट में जाकर यह कोसी नदी से मिल जाती है। (Photo-AFP)

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कमला नदी: ये नदी नेपाल में सिंधुलियागढ़ी के पास स्थित महाभरता पहाड़ियों से शुरू होती है। यह नदी बिहार के मधुबनी जिले के जयनगर कस्बे से बिहार में प्रवेश करती है। यहीं पर राज्य सरकार ने कमला बैराज बनाया है। धौरी, सोनी, बालन और त्रिशुला इसकी मुख्य शाखाएं हैं। (Photo-AFP)

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घाघरा नदी: इस नदी की उत्पत्ति नेपाल के नंपा में हुई है। यह बिहार में गोपालगंज के रास्ते प्रवेश करती है। इसके बाद छपरा में जाकर गंगा में मिल जाती है। (Photo-AFP)

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