संन्यासी अखाड़ों में सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी एवं श्री शम्भू पंचायती अटल अखाड़ा ने भोर पांच बजे त्रिवेणी में डुबकी लगायी जिसके बाद श्री तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा एवं श्री पंचायती अखाड़ा आनंद ने स्नान किया।
सुबह सात बजे के करीब श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा और श्री पंचाग्नि अखाड़ा संगम में स्नान कर रहा था। अखाड़ों के स्नान के दौरान हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा भी की गयी। अखाड़ा मार्ग के दोनो ओर बड़ी संख्या में खड़े लोगों ने साधु संतों के दर्शन का पुण्य लाभ लिया। इस दौरान सुरक्षा कर्मी मुस्तैद दिखे।
बैरागी अखाड़ों के तहत अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़े के स्नान का समय सुबह 08.25 मिनट है। उदासीन अखाड़ों के तहत श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा का 12.00 बजे घाट पर आगमन होगा वहीं श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण 13.05 बजे, श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा 14.25 बजे स्नान करेगा।
महाकुंभ का पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति पर, दूसरा मौनी अमावस्या पर और तीसरा बसंत पंचमी के मौके पर हो रहा है।
बसंत पंचमी के मौके पर महाकुंभ में भारी भीड़ है। वहीं साधु संत सुबह से ही अपने अंदाज में स्नान कर रहे हैं। किसी के हाथ में गदा दिखाई दिया तो किसी के हाथ में तलवार।
अमृत स्नान के लिए जाते हुए नागा साधु अपनी ही धुन में मस्त दिखे।
संगम में स्नान करने के लिए नागा साधु घोड़ों पर सवार होकर निकले। कई साधु गजब के करतब करते हुए त्रिवेणी संगम तक पहुंचे।
बसंत पंचमी के मौके पर आसमान से गजब का नजारा दिखा।