मेनोपॉज महिलाओं के जीवन में होने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह एक ऐसा समय होता है जब महिलाओं के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन के बाद माहवारी बंद हो जाती है। आसान शब्दों में समझें तो, अगर किसी महिला को 12 महीने तक मासिक धर्म नहीं हुआ है, तो उसे रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज की अवस्था में माना जा सकता है। बता दें, मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को कई शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि इस समय डॉक्टर महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हैं।
डॉ. रेणु रैना सहगल, आर्टेमिस हॉस्पिटल्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ कहती हैं कि मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को अगर किसी तरह की कोई स्वास्थ्य समस्या हो रही है, तो उसे तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। मेनोपॉज को लेकर डॉ. रेणु रैना सहगल ने महिलाओं को 5 महत्वपूर्ण सलाह दी हैं, जो उनके इस मुश्किल सफर को आसान बनाने में उनकी मदद कर सकता है।
स्वास्थ्य जांच कराएं- मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए। इससे आपको अपने शरीर में होने वाले परिवर्तनों के बारे में पता चलता रहता है और आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए सही समय पर आवश्यक कदम उठा सकती हैं। मेनोपॉज के बाद महिलाओं में कुछ बीमारियों की आशंका भी बढ़ जाती है। नियमित जांच से बीमारी का शुरुआती स्तर पर ही पता लगाना संभव हो सकता है।
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को संतुलित आहार लेना चाहिए। इससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलने के साथ शरीर सेहतमंद बना रहता है। संतुलित आहार आपको शारीरिक बदलावों का सामना करने में भी सक्षम बनाता है।
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को नियमित तौर पर व्यायाम करना चाहिए। नियमित व्यायाम से शरीर मजबूत बनता है और बढ़ती उम्र में इम्यूनिटी भी बेहतर बनी रहती है। हालांकि कोई भी व्यायाम करने से पहले अपने विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लेनी चाहिए। इससे आपको अपने स्वास्थ्य के अनुरूप व्यायाम का चयन करने में आसानी होगी। बहुत ज्यादा थकाने वाले व्यायाम न करें।
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को तनाव लेने से बचना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है। तनाव कई तरह की शारीरिक समस्याओं का कारण बनता है। बता दें, मेनोपॉज के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव से अक्सर शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है। ऐसे में योग और ध्यान की मदद से तनाव कम करने को कोशिश करनी चाहिए।
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को परिवार और मित्रों से खुलकर बात करनी चाहिए। अपने मन की भावनाओं को शेयर करने से तनाव कम होता है। दरअसल, मेनोपॉज के दौरान मन में नकारात्मक विचार आते हैं और अवसाद का भी खतरा बना रहता है। ऐसे में खुलकर बातें करने से मन शांत होता है और अवसाद से बाहर निकलने में मदद मिलती है।