1/7वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मुख्य द्वार ही नहीं बल्कि बालकनी भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। घर की बालकनी हवा का संचार , प्राकृतिक रोशनी और फ्रेश हवा का स्रोत होने के साथ मानसिक स्वास्थ्य और घर में सकारात्मक ऊर्जा भरने के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह घर के अंदरूनी हिस्से को बाहरी दुनिया से जोड़ती है। लेकिन कई बार व्यक्ति जाने-अनजाने घर की बालकनी में कुछ ऐसी चीजें रख देता है, जो सकारात्मक ऊर्जा की जगह घर में नेगेटिविटी फैलाने लगती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही 7 चीजों के बारे में-

मुरझाए हुए सूखे पौधे मृत ऊर्जा को दर्शाते हैं और घर में नकारात्मकता को बढ़ाने का काम करते हैं। घर में पॉजिटिव एनर्जी बनाए रखने के लिए बालकनी में हरे-भरे, स्वस्थ पौधे रखें।

टूटी हुई वस्तुएं जैसे पुराना फर्नीचर, टूटे हुए गमले, या कबाड़ का सामान घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। वास्तु में इन्हें रुके हुए विकास और अशांति का प्रतीक माना जाता है। बालकनी को साफ और व्यवस्थित रखें। टूटा हुआ सामान तुरंत हटाए।

कांटेदार पौधे नकारात्मक ऊर्जा और तनाव को आकर्षित करते हैं। बोनसाई भी विकास को बाधित करने का प्रतीक माना जाता है। फूलों वाले या चौड़ी पत्तियों वाले पौधे जैसे चमेली या शेफलरा को बालकनी में लगाएं।

जूते-चप्पल या गंदे कपड़े नकारात्मक ऊर्जा और गंदगी को आकर्षित करते हैं। ये घर में अशुद्धता और अव्यवस्था का कारण बनते हैं। जूते-चप्पल को इधर-उधर फैलाकर ना रखें। गंदे कपड़ों को धोकर अलमारी में रखें।

कचरे का ढेर या कूड़ेदान नकारात्मकता, बीमारी और गरीबी को आमंत्रित करता है। यह घर की सकारात्मक ऊर्जा को बाधित करके रखता है। घर की बालकनी से कचरा या कूड़ेदान तुरंत हटाएं, बालकनी को साफ-सुथरा रखें।

पुराने बर्तन, टूटे हुए उपकरण या बेकार सामान जमा करना वास्तु में अशुभ माना जाता है। ये जीवन में नकारात्मक ऊर्जा और रुकावटों को बढ़ाते हैं। बालकनी में केवल जरूरी और सकारात्मक चीजें रखें।अनुपयोगी सामान दान करें या हटा दें।
