1/7नौ दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि शुरू होने वाले हैं। इन नौ दिनों तक देवी के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। कहा जाता है इन दिनों स्वयं देवी दुर्गा अपने भक्तों के यहां पधारती हैं। ऐसे में मां के स्वागत के लिए घर का मंदिर खास तरीके से सजाया जाता है। इसकी साफ-सफाई की जाती है। तो चलिए जानते हैं नवरात्रि पर मंदिर की साफ-सफाई और सजावट करने का सही तरीका क्या है।

मंदिर साफ करते हुए सबसे पहले देवी देवताओं की तस्वीरों और मूर्तियों को किसी साफ जगह पर रख दें। तस्वीरों पर साफ और सूखा कपड़ा मार कर साफ करें। वहीं मूर्तियों को गंगाजल या कच्चा दूध मिले हुए पानी से धो कर साफ कर लें। पीतल, चांदी या धातु की मूर्तियों को आप नींबू और बेकिंग सोडा से धो सकते हैं।

अब मंदिर की दीवारें और छत अच्छे से साफ कर लें। दीवारें ज्यादा गंदी हों, तो पानी में हल्का डिटर्जेंट डलाकर साफ कर सकती हैं। बाकी थोड़े साफ पानी में गंगाजल मिलाकर दीवारों पर कपड़ा जरूर फेर दें। लकड़ी के मंदिर को सैंडपेपर से रगड़ सकती हैं, वहीं मार्बल का मंदिर हो तो नींबू और बेकिंग सोडा कारगार रहेगा।

मूर्तियों के अलावा भी मंदिर में कई चीजें होती हैं, जैसे घंटी, थाली, कलश आदि। इनकी भी अच्छे से सफाई करें। इनपर थोड़ा सा नींबू, बेकिंग सोडा और नमक का घोल लगा दें। कुछ देर बाद फिर गुनगुने पानी से अच्छी तरह धो लें। इनमें चमक आ जाएगी।

साफ-सफाई के बाद अब सजावट की बारी आती है। इसके मंदिर पर साफ-सुथरा लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। सभी मूर्तियों और तस्वीरों को अपनी-अपनी जगह पर रखें। इसके बाद फूलों, तोरण, रंगोली और दीयों से मंदिर की सजावट करें। आप चाहें तो सुंदर सी लाइटिंग भी कर सकते हैं।

सफाई के बाद मंदिर को सुगंधित बनाना भी बहुत जरूरी है। धूप-कपूर के अलावा भी मंदिर में गुलाब जल और गंगाजल या केवड़ा के इत्र का छिड़काव करें। इसके अलावा फूलों की माला, झालर और अन्य तरह की सजावट करें, इससे खुशबू और सुंदरता दोनों बढ़ जाएंगी।

मंदिर की सफाई के दौरान खंडित मूर्तियां या तस्वीरें जरूर हटा दें। कोई भी टूटा हुआ दीपक, धूपदान या अन्य चीज हो, तो उसे भी तुरंत बाहर करें। मंदिर में आर्टिफिशियल प्लास्टिक के फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर ये हों, तो इन्हें भी हटा दें और कोई भी अवपवित्र वस्तु मंदिर के आसपास भी ना रखें।
