1/10आस्था, भक्ति और शक्ति का प्रतीक शारदीय नवरात्रि का पर्व 22 सितंबर से शुरू होने वाला है। इन 9 दिनों में माता रानी भक्त उनकी पूजा उपासना के साथ उनके 9 स्वरूपों को अलग-अलग चीजों का भोग बनाकर चढ़ाते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं। अगर आप भी इस नवरात्रि मां दुर्गा को प्रसन्न करना चाहते हैं तो जान लें नवरात्रि के किस दिन मां के किस स्वरूप की पूजा होती है और उन्हें किस चीज का भोग लगाया जाता है।

शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है। मां शैलपुत्री को घी का भोग लगाना अच्छा माना जाता है। आप मां के भोग के लिए घी में बना आलू का हलवा बनाकर तैयार कर सकती हैं।

नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है। मां के इस रूप को चीनी का भोग लगाना अच्छा माना जाता है। आप चाहे तो इस दिन मां के इस स्वरूप को पंचामृत का भोग लगा सकती हैं।

नवरात्रि का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित होता है। मां चंद्रघंटा को खीर का भोग लगाना अच्छा माना जाता है।

नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को मालपुआ का भोग लगाया जाता है।

नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता को केले का भोग लगाना अच्छा माना जाता है। आप चाहे तो मां दुर्गा के इस रूप को सीधा केला अर्पित कर सकती हैं या फिर केले का हलवा बनाकर उसका भोग भी लगाया जा सकता है।

नवरात्रि के दिन छठें दिन मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाना अच्छा माना जाता है। आप मां दु्र्गा के इस स्वरूप को प्रसन्न करने के लिए हलवे में चीनी की जगह शहद का उपयोग कर सकते हैं।

नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि को गुड़ का भोग लगाने का नियम बताया गया है। माता के इस स्वरूप के लिए आप गुड़ की चिक्की का भोग लगा सकते हैं।

अष्टमी तिथि मां महागौरी को समर्पित होती है। मां के इस स्वरूप को नारियल का भोग लगाना अच्छा माना जाता है।

नवरात्रि के अंतिम दिन यानी नवमी तिथि को मां सिद्धिदात्री को हलवा-चना और पूड़ी का भोग लगाया जाता है।
