हेल्दी सब्जियों का नाम आता है तो अक्सर लोग कटहल को भूल जाते हैं। लेकिन ये सब्जी केवल स्वाद या मसाले के लिए ही नहीं खायी जाती। बल्कि इसे खाने के कई सारे फायदे भी हैं। अब सवाल उठता है कि क्या डायबिटीज की समस्या में क्या कटहल खाया जा सकता है। तो इस बारे में कटहल मौजूद पोषक तत्वों से पता किया जा सकता है कि क्या कटहल को डायबिटीज में खाना सही है या नहीं?
कटहल एक लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स सब्जी है। 0 से लेकर 100 के बीच में कटहल का जीआई लगभग 50-60 के बीच रहता है। इसका मतलब है कि ये बहुत तेजी से ब्लड शुगर नहीं बढ़ाएगा।
जीआई के मामले में कटहल दूसरे फलों से कम है। इसलिए पके मीठे कटहल को भी थोड़ी मात्रा में खा सकते हैं।
जैकफ्रूट यानी कटहल में एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा भी भरपूर होती है। जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इसलिए थोड़ी मात्रा में आराम से कटहल को डायबिटीज में खाया जा सकता है।
कटहल रेशेदार सब्जी है यानी कि इसमे फाइबर की मात्रा अच्छी खासी होती है। गट हेल्थ के लिए ये अच्छा है।
कटहल में मौजूद फाइबर भी इसे डायबिटीज के लिए नुकसानदेह नहीं बनाता। क्योंकि फाइबर ब्लड वेसल्स में शुगर को धीरे रिलीज करने में मदद करता है। जिससे ब्लड शुगर लेवल एकदम से हाई नहीं होता है और डायबिटीज के मरीज आसानी से कटहल को थोड़ी मात्रा में खा सकते हैं।
हालांकि फाइबर की ज्यादा मात्रा कई बार डाइजेशन को स्लो कर सकती है। इसलिए पानी की मात्रा भी अच्छी खासी होनी चाहिए। जिससे डाइजेशन ना बिगड़े।
कटहल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा प्रति सौ ग्राम में 18 ग्राम होती है। जिसकी वजह से हाई कार्बोहाइड्रेट फूड है और इतनी ज्यादा मात्रा डायबिटीज में खाना ठीक नही। लेकिन अगर थोड़ी मात्रा में कटहल खाया जाए तो ये सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाता है।